सदीप शर्मा, छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा के जुन्नरदेव स्टेशन से पातालकोट एक्सप्रेस में अगवा की गई नाबालिग किशोरी को विदिशा में रेस्क्यू किया किया गया। नाबालिग ने बताया की दो नकाबपोशों ने उसे कुछ सुंघा कर ट्रेन में बैठाया था। वहीं जब भोपाल में उसे होश आया तो उसने आसपास बैठे यात्रियों के जरिए मदद मांगी। इसके साथ ही पिता से बात करने के बाद हिंदू चेतना सेवा समिति के जिला अध्यक्ष आरपीएफ और जीआरपी ने बच्ची को विदिशा में सुरक्षित उतारा और आज समिति द्वारा माता-पिता को बालिका सुपुर्द की गई।

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दरअसल, कल रात पातालकोट एक्सप्रेस में एक बालिका के अपहरण की सूचना मिलने के बाद आरपीएफ, जीआरपी और हिंदू चेतना सेवा समिति के सदस्यों द्वारा विदिशा रेलवे स्टेशन पर पातालकोट के रूकने पर उसमें से एक 12 वर्षीय बालिका को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। इसके बाद महिला पुलिस, बाल कल्याण समिति के सदस्य और अन्य लोगों की मदद से बालिका की काउंसलिंग की गई।

जिसमें बालिका ने स्कूल जाते समय दो व्यक्तियों द्वारा उसका अपहरण करने की बात बताई। देर रात होने के चलते बालिका को गुलमोहर सेंटर में रखा गया था। वहीं आज बाल कल्याण समिति के सामने उसे प्रस्तुत किया गया और उसके बाद छिंदवाड़ा से आए उसके माता-पिता को सुपुर्द कर दिया गया।

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