स्पोर्ट्स डेस्क- इंडियन क्रिकेट टीम इन दिनों इंग्लैंड दौरे पर है, जहां 5 टेस्ट मैच की सीरीज चल रही है, सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 30 अगस्त से शुरू हो रहा है, सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने कमाल का खेल दिखाया, और बड़ी जीत हासिल की, जिसमें टीम के बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी तो की ही, साथ ही इंडियन तेज गेंदबाजों ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की, इस पूरे सीरीज में टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने काफी प्रभावित किया है, पिछले कुछ समय से इंडियन तेज गेंदबाजी अटैक की जमकर तारीफ हो रही है, क्योंकि टीम इंडिया में ऐसा पहली बार ही देखने को मिल रहा है जब इंडियन टीम के पास एक से बढ़कर एक तेज गेंदबाज हैं, और इस गेंदबाजी अटैक की अब हर जगह तारीफ हो रही है।

और अब इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ने टीम इंडिया की इस तेज गेंदबाजी अटैक को तैयार करने का श्रेय इस दिग्गज को दिया है।

इस दिग्गज ने दिखाई दिशा

इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज निक कॉम्पटन ने कहा कि डंकन फ्लेचर उस दौर में टीम इंडिया के कोच बने, जब टीम से कई दिग्गजों ने संन्यास लिया था, और भारतीय क्रिकेट टीम मुश्किल दौर से गुजर रही थी, तब कोच डंकन फ्लेचर ने टीम इंडिया को संभाला, इसलिए मौजूदा टीम के तेज गेंदबाजी अटैक को दिशा देने का श्रेय भी उन्हें ही मिलना चाहिए।

इंग्लैंड के इस पूर्व बल्लेबाज ने हा कि जिस तरह से फ्लेचर ने जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड को उनके शुरुआती दौर में गेंदबाजी के लिए सही दिशा दिखाई थी, जिसके बाद वो खतरनाक गेंदबाज बन गए, ठीक उसी तरह से टीम इंडिया के युवा तेज गेंदबाजों को भी अपने कोचिंग कार्यकाल में सही दिशा दिखाया, जिसके बाद अब ये गेंदबाज इंडियन तेज गेंदबाजी अटैक के मजबूत हथियार बन चुके हैं। इन गेंदबाजों को डंकन फ्लेचर द्वारा दिए गए सलाह का बहुत फायदा मिला है।

कॉम्पटन आगे कहते हैं कि इनमें से अधिकतर कभी न कभी फ्लेचर के कोचिंग कार्यकाल में खेले हुए हैं, इसलिए उन्हें इस बात का श्रेय जाता है। ये प्रक्रिया तो काफी पहले शुरू हो चुकी थी, और अब ये सभी गेंदबाज मिलकर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।

भारतीय तेज गेंदबाजी अटैक अचानक ही इस स्तर पर नहीं पहुंची है, इसमें समय लगा है और इसमें धीरे-धीरे सुधार हुआ है। इन सभी गेंदबाजों ने समय लिया है, भारत के पास पहले कभी भी इतने ज्यादा तेज गेंदबाज नहीं रहे हैं, लेकिन अब हैं।

गौरतलब है कि पहले टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी अटैक उसकी कमजोर कड़ी के तौर पर देखी जाती थी। लेकिन मौजूदा समय में टीम के पास भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव जैसे कई ऐसे तेज गेंदबाज हैं जो मैच में लगातार तेज गेंदबाजी तो कर ही सकते हैं, साथ ही इनकी गेंदबाजी में वैरिएशन भी काफी है जो किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं, जिसका फायदा टीम इंडिया को भी मिल रहा है। उम्मीद है कि आगे भी टीम इंडिया की ये तेज गेंदबाजी अटैक और मजबूत होगी।