नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने आज सुबह 11 बजे तलब किया है. लेकिन प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने से पहले ही अरविंद केजरीवाल ने ईडी के समन को अवैध और राजनीति से प्रेरित बताते हुए बीजेपी के इशारे पर नोटिस भेजने की बात कहकर नई सियासी बहस शुरू कर दी है.

अरविंद केजरीवाल ने अपने बयान में कहा कि नोटिस यह सुनिश्चित करने के लिए भेजा गया, जिससे मैं चार राज्यों में चुनाव प्रचार के लिए नहीं जा सकूं. ईडी को तुरंत नोटिस वापस लेना चाहिए. इस बयान के बाद अब केजरीवाल के ईडी के सामने पेश होने को लेकर अटकल लगाए जाने लगे हैं. पार्टी की ओर से तमाम नेता पहले ही इस बात की आशंका जता चुके हैं कि ईडी सुनवाई के दौरान अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है.

बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को ईडी ने कथित शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में तलब किया है. इस मामले में पहले ही मुख्य आरोपी दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया की जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को खारिज कर दी थी, जिसके कुछ घंटों बाद सोमवार को अरविंद केजरीवाल को सुनवाई के लिए नोटिस जारी किया गया था. इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अप्रैल में केजरीवाल से पूछताछ की थी, और यह पहली बार है जब उन्हें ईडी ने तलब किया है.