शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में नामांकन वापसी का आखिरी दिन था। आज का दिन दोनों शीर्ष दलों के लिए बेहद महत्वपूर्ण था। कई पार्टी अपने बागी नेताओं को मनाने में सफल हो गई। तो वहीं कुछ नेता ने अपना निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला नहीं बदला। एमपी में नामांकन वापसी का समय खत्म हो गया है। निवाड़ में बड़ी बगावत हुई है। पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और खंडवा से सांसद रहे नंद कुमार चौहान के बेटे हर्ष सिंह चौहान बुरहानपुर से चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने उन्हें मनाने की कोशिश की पर वह नहीं मानें। 

नंद कुमार चौहान का खंडवा लोकसभा सीट में काफी दबदबा था। पिता की मौत के बाद बेटे को उम्मीद थी कि बीजेपी उन्हें विधानसभा का टिकट देगी लेकिन बीजेपी ने हर्ष सिंह को टिकट नहीं दिया जिस कारण से उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

हर्ष सिंह चौहान

पिछले 24 घंटे में 15 बागियों को कांग्रेस ने बैठाया  

कांग्रेस भी काफी हद तक अपने बागी नेताओं को मनाने में सफल हुई है। कांग्रेस ने पिछले 24 घंटे में 15 बागियों को मना लिया। वहीं कांग्रेस के चार पूर्व विधायक नहीं माने। कांग्रेस पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार, सिवनी-मालवा के पूर्व विधायक ओम प्रकाश रघुवंशी को नहीं मना पाई। आलोट से पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू, गोटेगांव से पूर्व विधायक शेखर चौधरी भी निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। 

भोपाल उत्तर सीट पर कांग्रेस मे बड़ी बगावत देखने को मिली है। विधायक आरिफ अकील के भाई आमिर अकील भतीजे आतिफ अकील के सामने चुनाव लड़ेंगे। आमिर अकील को चुनाव आयोग से चुनाव निशान हॉकी बॉल मिला है।

बीजेपी के बागी भी मैदान में

बीजेपी के बागी चुनावी मैदान में उतरकर उम्मीदवारों के वोट बैंक में सेंध लगाएंगे। बुरहानपुर से स्वर्गीय पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान निर्दलीय लड़ेंगे। निवाड़ी से कुक्कुट विकास निगम के उपाध्यक्ष राम कुशवाहा भी निर्दलीय लड़ने पर अड़े। टीकमगढ़ से  पूर्व विधायक के के श्रीवास्तव  निर्दलीय लड़ेंगे। 

 

अंतर सिंह दरबार
ओम प्रकाश रघुवंशी
प्रेम चंद गुड्डू

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