चेन्नई. नेताओं को लेकर लोगों की दीवानगी अक्सर देखने को मिलती है. कहीं लोग अपने प्रिय नेता की याद में मंदिर बना लेते हैं तो कहीं लोग नेताओं की लंबी उम्र के लिए अनोखी कामना करते हैं. देश के दक्षिणी राज्यों में नेताओं औऱ फिल्म स्टारों को लेकर क्रेज किस कदर है. इसका नमूना तमिलनाडु की राजनीति के पुरोधा एम. करुणानिधि के निधन से पता चल जाएगा.
दक्षिण की राजनीति की धुरी एम करुणानिधि द्रविड़ मुनेत्र कणगम यानि डीएमके के संस्थापक होने के साथ साथ राज्य के लोकप्रिय नेता थे. पार्टी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उनके निधन की सूचना मिलने पर पार्टी के करीब ढाई सौ कार्यकर्ता ऐसे थे जिनकी सदमे के चलते मौत हो गई. किसी नेता के निधन की सूचना मिलने पर सदमे से 250 कार्यकर्ताओं की मौत होना कोई मामूली मामला नहीं है.
पार्टी ने इन सभी 250 लोगों के परिजनों की मौत पर गहरा दुख जताते हुए सभी को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की. पार्टी का कहना है कि ये लोगों का अपने नेता के प्रति प्यार था जिसे पार्टी कभी भी भुला नहीं सकती है. डीएमके आलाकमान ने मृतकों के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए उनके परिजनों को हरसंभव मदद करने का भी भरोसा दिलाया.
वैसे ये किसी आश्चर्य से कम नहीं है कि किसी नेता के निधन की सूचना मिलने पर 250 लोग सिर्फ सदमे के चलते जान दे दें. भारत और भारत की राजनीति कब, क्या करवा दे. किसी को नहीं मालूम.