ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के 93 दिन तक चले सर्वे में मिले साक्ष्य, चिह्न, आकृतियां अन्य 250 से ज्यादा सामग्रियां सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार के लॉकर्स में रखी जाएंगी. इन साक्ष्यों और सबूतों को कोषागार में रखवाने के लिए रविवार को लॉकर रूम को व्यवस्थित कराया और उसके लॉक (ताला) आदि को दुरुस्त किया गया.

साथ ही इसकी सूचना एएसआई को भेज दी गई. ज्ञानवापी में शृंगार गौरी के नियमित दर्शन की मांग करने वाली राखी सिंह के आवेदन पर जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने 14 सितंबर 2023 को आदेश दिया था.

इसमें कहा था कि कि ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान पूजा पद्धति से संबंधित जो भी सामग्रियां मिलें, उन्हें एएसआई की टीम जिलाधिकारी या उनके द्वारा नामित अधिकारी को देगी. संबंधित अधिकारी उन सामग्रियों को सुरक्षित रखेंगे.

जब भी अदालत तलब करेगी, तब साक्ष्य प्रस्तुत करने होंगे. सुपुर्दगी में दी जाने वाली सामग्रियों की एक सूची अदालत और एक सूची जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी. सर्वे पूरा होने के बाद सामग्रियों की सूची बनाकर एएसआई की टीम ने प्रशासन से संपर्क किया.

जिलाधिकारी की ओर से नामित अपर जिलाधिकारी प्रोटोकॉल ने शनिवार को कोषागार में जांच की थी तो वहां लॉकर में समस्या मिली और सफाई भी नहीं हुई थी. जिलाधिकारी को पूरे मामले की जानकारी देकर इस प्रक्रिया को दो दिन के लिए टाल दिया गया था.

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जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि जांच के दौरान मिट्टी आदि में मिली सामग्रियों को सोमवार को कोषागार में रखवाया जाएगा. इसके लिए कोषागार की सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर दिया गया है.

ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यासजी के तहखाने को जिलाधिकारी को सौंपे जाने की मांग संबंधी मामले में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी सोमवार को आपत्ति दाखिल करेगी. यह मामला व्यास परिवार के शैलेंद्र कुमार पाठक व्यास ने दाखिल किया है. इसकी सुनवाई आठ नवंबर को होनी है.