अल्मोड़ा. जिले की एक लाख की आबादी की प्यास बु्झाने वाला कोसी बैराज का पानी दूषित हो गया है. बैराज में गंदगी का अंबार लगा है. इसकी सफाई के प्रयास नहीं हो रहे हैं. बैराज में सिल्ट के साथ ही प्लास्टिक सहित अन्य गंदगी समाई है.
हालत यह है कि इसकी सफाई के लिए बजट ही नहीं है. इसमें हर वर्ष आने वाले अनुमानित 25 लाख रुपये के सापेक्ष सिर्फ छह लाख ही मिल रहे हैं. ऐसे में सफाई न होने से बड़ी आबादी दूषित पानी पीने के लिए मजबूर है. संक्रामक रोग होने का खतरा बढ़ गया है.
अल्मोड़ा नगर सहित आसपास के गांवों की एक लाख से अधिक की आबादी की प्यास बुझाने के लिए कोसी बैराज का वर्ष 2015 में निर्माण किया गया था. इसमें बनी लिफ्ट पेयजल योजना से नगर में पानी पहुंचता है. इसके रखरखाव की जिम्मेदारी संभालने वाले सिंचाई विभाग के अनुसार बैराज की सफाई और अन्य कार्यों के लिए प्रतिवर्ष 25 लाख रुपये की जरूरत है लेकिन इसके लिए अब तक बजट की व्यवस्था नहीं हो सकी है और कोई मद स्वीकृत नहीं है.
जिला योजना से मिलने वाले करीब छह लाख रुपये से बैराज की संपूर्ण सफाई असंभव है. इस लापरवाही के चलते बैराज में काफी मात्रा में सिल्ट और प्लास्टिक सहित अन्य गंदगी जमा होने से इसका पानी दूषित हो गया है. ऐसे में लोग दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं.