आईजोल। मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों के लिए आज सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ. राज्य के 8.52 लाख से अधिक मतदाता 174 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. सुबह-सुबह मतदान करने मुख्यमंत्री जोरमथांगा आइजोल उत्तर- दो विधानसभा क्षेत्र पहुंचे, लेकिन ईवीएम में तकनीकी दिक्कत की वजह से मतदान नहीं कर पाए.

मिजोरम में त्रिकोणीय मुकाबला है. एक तरफ जहां मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता बरकरार रखने के लिए चुनाव लड़ रही है. वहीं, दूसरी ओर भाजपा, कांग्रेस सत्ता बदलने के लिए मैदान में है. तमाम लोगों की निगाहें आइजोल पूर्व-1 सीट पर टिकी हुई है, क्योंकि इस सीट से निवर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथांगा चुनाव लड़ रहे हैं. जोरमथांगा 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां से जीते थे.

मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने मतदान के दौरान कहा है कि मिजोरम में त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कोविड के खिलाफ सफलता से लड़ाई लड़ी. यहां मिजोरम में हमने बहुत सारे विकासात्मक कार्य किए. इसलिए, मेरा मानना ​​है कि हमने जो काम निर्धारित किए हैं, उन्हें जारी रखने के लिए हम एक बार फिर सरकार बनाने में सक्षम होंगे.

8.52 लाख मतदाता करेंगे मताधिकार का प्रयोग

मिजोरम के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के अनुसार, 1276 मतदान केंद्रों पर 4.13 लाख पुरुष और 4.39 महिलाओं समेत कुल 8.52 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. मिजोरम में 50,611 मतदाता 18-19 आयु वर्ग के हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे और राज्य में 80 वर्ष से अधिक उम्र के 8490 वरिष्ठ नागरिक हैं.

18 महिला प्रत्याशी आजमा रही अपनी किस्मत

राज्य के 8.57 लाख से अधिक मतदाता 174 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे. चुनाव में 18 महिलाएं भी अपनी किस्मत अजमा रही हैं. मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. वहीं, राज्य में 30 मतदान केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है.