आउटसोर्स से यूपी-112 मुख्यालय में तैनात सैकड़ों महिला कर्मचारी सोमवार दोपहर को वेतन बढ़ाने समेत कई मांगों को लेकर धरने पर बैठ गईं. पुलिस अफसरों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ और देर रात तक जारी रहा. बिजली आपूर्ति बंद करने के बावजूद वह अपनी मांगों को पूरा कराने को लेकर अड़ी रहीं. जिसके बाद यूपी- 112 की तरफ से बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि यह प्रदर्शन नई सेवा प्रदाता कंपनी और महिला कर्मियों के बीच वेतन बढ़ाने को लेकर है. 31 अक्तूबर तक के वेतन का भुगतान किया जा चुका है.
यूपी-112 में आउटसोर्स से करीब 300 महिला कर्मचारी तैनात हैं. सोमवार दोपहर करीब दो बजे वे धरने पर बैठ गईं. उनकी मांग है कि उनका वेतन बढ़ाया जाए. साथ ही नई कंपनी पहले से कार्यरत कर्मियों को नियुक्ति पत्र जारी करे. महिला कर्मी प्रतिभा, दिव्या, पूजा सिंह व हर्षिता ने बताया कि सात साल से सभी महिलाएं यूपी-112 में कम्युनिकेशन ऑफिसर (कॉल टेकर) के पद पर कार्यरत हैं.
टेक महिंद्रा कंपनी ने उनका चयन किया था. पिछले सप्ताह टेक महिंद्रा कंपनी को बदलकर वी विन कंपनी को इसका टेंडर हो गया है. आरोप है कि नई कंपनी इन महिलाओं को बाहर करने की तैयारी कर रही है. कंपनी ने न तो वेतन दिया है और न ही नियुक्ति पत्र. कंपनी ने नई भर्ती भी शुरू कर दी है. इससे नाराज महिलाकर्मियों ने दोपहर दो बजे डायल 112 के पीछे गेट पर हंगामा शुरू कर दिया. भीड़ बढ़ने पर महिलाएं 112 मुख्यालय के मेन गेट पर पहुंच गईं. यहां रोड जाम कर धरने पर बैठ गईं. इन्हें मनाने डीसीपी, एडीसीपी व अन्य अफसर पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी.
महिला कर्मियों के धरना-प्रदर्शन के मामले में यूपी 112 की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रदर्शन कर रही समस्त संवाद अधिकारियों (कॉल टेलर्स) को 31 अक्तूबर तक का वेतन तत्कालीन सेवा प्रदाता (एमडीएसएल/टेक महिंद्रा) कंपनी दे चुकी है. सभी संवाद अधिकारी आउटसोर्स पर हैं जो यूपी -112 की पूर्व सेवा प्रदाता कंपनी के अधीन थीं. पूर्व सेवा प्रदाता का अनुबंध 2 नवंबर 2023 को समाप्त हो जाने के बाद नई सेवा प्रदाता (वी विन) कंपनी ने सेंटर संचालन का काम संभाला है. नई सेवा प्रदाता कंपनी इन आउटसोर्स कर्मियों को अपने रोल पर लेने की प्रक्रिया सीधे तौर पर कर रही है. यह प्रदर्शन नई सेवा प्रदाता एवं आउटसोर्स कर्मियों के मध्य वेतन बढ़ाने के संबंध में है. यूपी 112 की सेवाएं सुचारू रूप से जारी हैं.