चंडीगढ़. यू.टी. प्रशासन ने त्योहारों के सीजन के दौरान शहर के ऑटोमोबाइल डीलरों और लोगों को बड़ी राहत दी है क्योंकि 27 नवंबर गुरुपर्व तक पेट्रोल दोपहिया वाहनों की रजिस्ट्रेशन पर लगी पाबंदी हटा दी गई है।

इस दौरान शहर में जितने मर्जी पेट्रोल दोपहिया वाहन रजिस्टर किए जा सकते हैं, वहीं दिवाली के मौके पर दोपहिया वाहन खरीदने वालों को भी राहत मिली है। इसके साथ ही ऑटोमोबाइल डीलरों को अपनी पुरानी बुकिंग क्लियर करने में भी मदद मिलेगी।
इस संबंध में गृह सचिव नितिन यादव ने बताया कि उन्होंने 27 नवंबर तक गैर-इलेक्ट्रिक वाहनों की रजिस्ट्रेशन पर लगी पाबंदी को पूरी तरह से हटा दिया है। इस दौरान प्रशासन द्वारा नीति की व्यापक समीक्षा की जाएगी। बता दें कि यू.टी. प्रशासन ने शहर के ऑटोमोबाइल डीलरों की मांग के मद्देनजर 18 अक्टूबर को इलेक्ट्रिक पॉलिसी में दूसरी बार संशोधन किया था।

नई कैपिंग के तहत इस वर्ष अब 85 प्रतिशत तक गैर-इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को रजिस्टर किया जाना था क्योंकि पहले संशोधन के बाद यह हिस्सा 75 प्रतिशत हो गया था। इसी तरह इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहनों की कैपिंग भी 25 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत कर दी गई है पर अब 27 नवंबर तक प्रतिबंध हटाए जाने के कारण डीलर इस समय के दौरान जितने चाहे वाहनों की रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। लगभग 10 ऑटोमोबाइल डीलर सालाना करीब 20 हजार गैर-इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बेचते हैं, जबकि एक महीने में करीब 1600 बेचे जाते हैं। त्योहारों के सीजन के दौरान यह संख्या बढ़कर 4 हजार तक पहुंच जाती है।