अखिलेश कुमार बिल्लौरे, हरदा। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले एक बार फिर से चुनाव बहिष्कार का आह्वान किया गया है। खेत में सिंचाई के लिए बिजली न उपलब्ध हो पाने की वजह से किसानों ने बिजली विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है। साथ ही कहा है कि उनके चुनाव में मतदान न करने का जिम्मेदार विद्युत विभाग और बड़े किसान होंगे। किसानों ने बताया कि जहां से उन्हें बिजली मिलती है बीच में बड़े किसान उसे हड़प कर अपने खेतों में प्रयोग में ला लेते हैं। पूरा मामला हरदा विधानसभा के अंतर्गत का है।
दरअसल किसानों को सिंचाई करने के लिए बिजली नहीं मिल पा रही है। इसे लेकर किसानों ने विद्युत विभाग का घेराव कर कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया है। बता दें कि रबी सीजन के लिए किसानों को गेहूं व चने की फसल की बोनी के लिए दिन प्रतिदिन समय बीतता जा रहा है। लेकिन किसानों को अभी तक विद्युत की सप्लाई नहीं हो पा रही है। जिसके लिए किसान अपनी फसल को तय समय खेत में बीज बोने के लिए चिंतित हो उठे हैं। जिसके कारण उन्होंने चुनाव का बहिष्कार करने की विद्युत विभाग को चेतावनी तक दे डाली।
कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में यह कहा गया है कि उन्हें जामली फिटर से बिजली उपलब्ध करवाई जाए क्योंकि सोनतलाई फिटर से मिलने वाली बिजली की खपत बीच में ही बड़े किसान कर लेते हैं। इस वजह से उन्हें बिजली आपूर्ति नहीं हो पाती है। इसकी वजह से उनके खेत बिना पानी के सूखे हैं। उन्होंने कहा कि जामली फिटर से उन्हें जोड़ा जाए जिससे सिंचाई में कोई समस्या न आए। अगर उन्हें इसका लाभ नहीं मिलता है तो सभी किसान 17 दिसंबर को होने वाले चुनाव में मतदान नहीं करेंगे। जिसका जिम्मेदार विद्युत् विभाग होगा। इस मामले में विद्युत विभाग के अधिकारी आर. के.अग्रवाल ने कहा कि उनकी शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।
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