नई दिल्ली . संपत्ति दस्तावेजों, वसीयतनामा, पट्टा या किराया समझौते के पंजीकरण के लिए अब सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में लंबा इंतजार नहीं करना होगा.
राजस्व विभाग ने संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों के पंजीकरण में तेजी लाने के लिए राष्ट्रीय जेनेरिक दस्तावेज पंजीकरण प्रणाली (एनजीडीआरएस) शुरू की है. इसके तहत ऑनलाइन पोर्टल के जरिए घर बैठे ही अपने दस्तावेज, व्यक्तिगत डाटा और सहायक रिकॉर्ड अपलोड करने की सुविधा दी जा रही है. इसके बाद सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों में दस्तावेज अपलोड करने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. आवेदक खुद घर बैठे यह काम कर सकते हैं.
नजफगढ़ और लाजपत नगर ऑफिस में प्रयोग सफल रहा राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, कुछ महीने पहले दिल्ली सरकार ने नजफगढ़ और लाजपत नगर (डिफेंस कॉलोनी) सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में ट्रायल के तौर पर ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की थी. इसका प्रयोग सफल रहा, जिसके बाद अब दिल्ली के 9 सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में इस नई व्यवस्था की शुरुआत की जा रही है. वर्तमान में दिल्ली में कुल 22 सब रजिस्ट्रार कार्यालय हैं. अधिकारियों का कहना है कि बाकी बचे 11 सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों में भी जल्द ही यह प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. दिल्ली में रोजाना प्रत्येक सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 50-100 संपत्ति दस्तावेजों का पंजीकरण होता है.
पहले लगती थी लंबी कतार वर्तमान में अगर आपको किसी संपत्ति का पंजीकरण कराना है तो पहले ऑनलाइन समय लेते हैं. उसके बाद आप दस्तावेजों के साथ सब-रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचते हैं और वहां दस्तावेज जमा करते हैं. दस्तावेजों की जांच कराते हैं और उसका ऑनलाइन मिलान कराते हैं.
इस पूरी प्रक्रिया के बाद आप का नंबर पंजीकरण के लिए आता है. सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में एक पंजीकरण कराने में औसतन 2 घंटे से अधिक समय लगता है. इससे वहां लंबी कतारें लग जाती हैं.