नई दिल्ली . राजधानी में छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं. विभिन्न जगहों पर 400 से अधिक कृत्रिम तालाब बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा यमुना के किनारे भी कृत्रिम तालाब स्थापित होंगे. इन घाटों से मुख्य सड़क तक अच्छी रोशनी की व्यवस्था होगी.

दिल्ली नगर निगम के तीन हजार से अधिक कर्मचारी सफाई व्यवस्था के साथ अन्य बुनियादी सुविधाओं का काम संभालेंगे. इसके अलावा निगम की टीमें दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगी. छठ पूजा के लिए निगम की ओर से हर वार्ड को 40 हजार रुपये की धनराशि आवंटित की गई है.

दिल्ली में छठ पर्व हर वर्ष शानदार तरीके से मनाया जाता है. राज्य सरकार ने भी इस संबंध में कई तैयारियां की हैं. दिल्ली में एक हजार घाट हैं. इनमें लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हैं. सभी घाटों में निगम के कर्मचारी तैनात रहेंगे. निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के हर वार्ड में कृत्रिम घाट बनाए जाएंगे. इलेक्ट्रिकल विभाग के कर्मचारियों को सभी घाटों के आसपास लाइटों की व्यवस्था बेहतर करने के लिए निर्देश दिए गए हैं. यह विभाग अन्य विभागों और एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगा. साथ ही, दिल्ली पुलिस की तरफ से भी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली जाएगी.

‘प्रदूषित जल में छठ मनाने को मजबूर’

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया है प्रदूषण के मामले में दिल्ली सरकार केवल बयान देती है. जमीन पर कोई काम नहीं किया गया. इसके चलते पूर्वांचल के लोग प्रदूषित यमुना के जल में छठ मनाने को मजबूर हैं. प्रेस वार्ता में सचदेवा ने आरोप लगाए की हम वायु प्रदूषण को लेकर चिंतित हैं पर आज यमुना मे फैले झागों ने छठ पर्व की तैयारी में लगे दिल्ली में बसे पूर्वांचली प्रवासियों को विचलित किया है.