चंद्रकांत देवांगन,दुर्ग. सरहद पर शहीद हुए जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए अलग-अलग जगह से लोग पहुंचे हुए है. जवान के पार्थिव शरीर को गृह ग्राम उमरपोटी में अंतिम संस्कार किया गया. शहीद जवान के 3 साल के बेटे आयुष ने उन्हें मुखाग्नि दी. मासूम बेटे को अभी ज्यादा समझ भी नहीं है कि वह किसे अग्नि दे रहा है. फिर भी उसने पिता को अग्नि दिया. जरा सोचिए क्या गुजर रही होगी उस मां औऱ पिता ने जिसने अपने जवान बेटे को जीते जी खो दिया हो. उस बेटे का जिसके सर से पिता का साया उठ गया हो. वो पत्नी जो पति के घर लौटने का इंतजार करती थी. लेकिन जवान आया भी तो शहीद होकर घर वापस आया.

शहीद जवान डोमेश्वर साहू के घर में मातम पसरा हुआ है. पूरे गांव में शोक की लहर है. शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए महिला बाल विकास मंत्री रमशीला साहू, पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, जिला प्रशासन के अधिकारियों समेत जनसैलाब उमड़ा पड़ा है. बता दें कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में शहीद जवान डोमेश्वर साहू का पार्थिव शरीर आज सुबह राजधानी के माना एयरपोर्ट पहुंचा. पार्थिव शरीर एयरइंडिया की फ्लाइट से रायपुर लाया गया. जहां जवान को एयरपोर्ट पर ही श्रद्धांजलि दी गई. उसके बाद जवान के पार्थिव शरीर को पुराना टर्मिनल में सलामी देकर उनके गृहग्राम उमरपोटी(बटरेल) भेजा गया.

बता दें कि शहीद जवान डोमेश्वर साहू 2006 में सेना में भर्ती हुआ था. जो कि हाल ही में कश्मीर के रजोई में पदस्थ था. डोमेश्वर की शादी भी हो चुकी थी. उसका एक 3 साल का बेटा भी है.

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