अल्मोड़ा. जिले में एक ही दिन में 215 प्रभारी प्रधानाचार्यों ने अपना पदभार छोड़ दिया है, इससे विद्यालय मुखिया विहीन हो गए हैं. अन्य शिक्षकों के पदभार लेने की संभावना पर भी शिक्षकों ने पूरी तरह से विराम लगा दिया है. इससे शिक्षा विभाग की मुश्किल बढ़ गई है. बगैर प्रधानाचार्य के विभागीय सूचनाओं का आदान-प्रदान सहित प्रबंधन के अन्य कार्यों को अंजाम तक पहुंचाना विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा.

बता दें कि राजकीय शिक्षक संघ के आह्वान पर चल रहे आंदोलन ने शिक्षा विभाग की मुश्किल बढ़ाने का काम किया है. संघ के जिलाध्यक्ष भारतेंदु जोशी ने बताया कि जिले में 264 हाईस्कूल और इंटर कॉलेज हैं, इनमें से 215 विद्यालय प्रभारी प्रधानाचार्य के भरोसे संचालित हो रहे थे. शुक्रवार को सभी प्रभारी प्रधानाचार्यों ने अपना पदभार त्याग दिया है. सभी ने अपना पद छोड़ने का पत्र संबंधित खंड शिक्षाधिकारी को भेजा है.

यह भी पढ़ें: बदरीनाथ धाम के कपाट हुए शीतकाल के लिए बंद, चारधाम यात्रा का भी समापन

जानकारी के मुताबिक, शिक्षक अब केवल शिक्षण कार्य करेंगे. संघ का आरोप है कि शिक्षकों की पदोन्नति समेत अन्य मांगें लंबे समय से लंबित हैं, जिस पर गौर नहीं किया जा रहा है. ऐसे में शिक्षक अब शिक्षण कार्य के अलावा किसी अन्य दायित्व का निर्वहन नहीं करेंगे. नाराज शिक्षकों ने प्रांतीय नेतृत्व के बैनर तले खेल महाकुंभ, बाल गणना, बीएलओ ड्यूटी, विभागीय प्रशिक्षण के साथ ही अन्य विभागीय कार्यों का बहिष्कार शुरू कर दिया गया है.