रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया कांग्रेस के महंत के काम-काज से खुश नहीं है. वजह चुनाव अभियान में सीडी का कमजोर होना है. पार्टी के सुत्रों के मुताबिक जितनी बड़ी जिम्मेदारी महंत को दी गई है वह उसे बेहतर तरीके से निभा नहीं पा रहे हैं. चूंकि की महंत को चुनाव अभियान समिति का संयोजक बनाया गया लिहाजा चुनाव में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल के बाद दूसरे नंबर के नेता वही हैं. लिहाजा पुनिया को बघेल के बाद सबसे ज्यादा उम्मीद काम-काज को लेकर महंत से है. लेकिन चरणदास अब तक के अपने चुनावी अभियान में पुनिया के उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए हैं.
पार्टी के सुत्रों का कहना है कि 1 सितंबर को जब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने चुनाव अभियान समिति की बैठक ली तो उन्होंने अब तक की तैयारियों की समीक्षा की. पुनिया ने महंत से पूछा कि अब तक क्या-क्या हुआ है ? पुनिया के इस सवाल का जवाब महंत ठीक से नहीं दे पाए. वे अभियान समिति की संरचना पुनिया के सामने पेश नहीं कर पाए. महंत की तैयारी को देख पुनिया बेहद नाराज हो गए. बताया जा रहा है कि इसी के बाद यह तय किया गया कि सप्ताह भर बाद फिर से चुनाव अभियान समिति की बैठक होगी. बैठक में तैयारियों की समीक्षा की जाएगी.
महंत को लगे पुनिया करंट के बाद पार्टी के भीतर में कई तरह की चर्चाएं है. इन चर्चाओं के बीच यह चर्चा भी कार्यकर्ताओं के बीच है कि कुछ नेता सत्ता के बेहद करीब हैं. वे सत्ता के खिलाफ खुलकर बोलने की बजाए उनसे मेल-मुलाकात करते रहते हैं. कई तो यही भी कहते हैं कि क्षेत्र की समस्या को ही लेकर सही लेकिन इस बहाने वे सीएम से भी मुलाकात कर आते हैं. वैसे बताया जा रहा है कि भाजपा नेताओं, मंत्रियों से कांग्रेस के नेताओं की मुलाकात की रिपोर्ट भी पुनिया तक पहुँच रही है. फिलहाल पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की नजर अब 7 सितंबर को होने वाली चुनाव अभियान समिति की बैठक पर है.