नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने शनिवार को 2017 से लेखा संबंधी कथित गड़बड़ियों का जिक्र करते हुए दिल्ली जल बोर्ड में 3,735 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया. लेखी के आरोपों पर दिल्ली सरकार या जल बोर्ड ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
लेखी ने दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान आरोप लगाया कि 600 करोड़ रुपये के 12,000 कार्य आदेशों के लिए प्रत्येक आदेश का मूल्य पांच लाख रुपये से कम रखकर निविदा जारी करने से बचा गया. सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री को इसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो भाजपा एलजी से ऐसा करने का आग्रह करेगी.
लेखी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल आरोप लगाते थे कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान पानी टैंकर माफिया मौजूद थे, लेकिन वे अब भी मौजूद हैं.