Rajasthan Election 2023 : राजस्थान में दो दिन बाद विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. इसके लिए सभी सीटों से प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है और अब जमकर प्रचार में जुटे हुए हैं. वहीं, प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सरदारपुरा सीट से पर्चा भरा है. राजनीति के जादूगर कहे जाने वाले गहलोत ने 1977 में जोधपुर के सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़कर अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. राजस्‍थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. राजस्‍थान में इस समय जमकर चुनाव प्रचार हो रहा है. Read More –Rajasthan News: कांग्रेस का घोषणा पत्र आलू से सोना बनाने वाला : सीपी जोशी

कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर 1998 में गहलोत पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि तब गहलोत विधायक नहीं थे, तो उनके लिए सरदारपुरा सीट से जीते मानसिंह देवड़ा ने इस्तीफा दे दिया था. फिर गहलोत ने उपचुनाव में जीत हासिल की और सीएम की कुर्सी पक्की कर ली. इसके बाद से वे सरदारपुर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से वे लगातार 5 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं. बड़ी बात यह है कि 2013 के चुनाव से पहले कांग्रेस सत्ता में थी. वह जब ऐतिहासिक हार के साथ केवल 21 सीटों पर सिमट गई, तब भी अशोक गहलोत सरदारपुरा से विधायकी का चुनाव जीत गए थे. तब गहलोत मंत्रिमंडल में मंत्री रहे ज्यादातर सभी नेता चुनाव हार गए थे.

अशोक गहलोत राजस्थान में राजनीति के जादूगर कहे जाते हैं. वह 1998, 2008 और 2018 में तीन बार सीएम बने. गहलोत ने 1977 में जोधपुर के सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. हालांकि, इस पहले चुनाव में गहलोत हार गए थे, लेकिन 1980 के मध्यावधि चुनाव में गहलोत को जोधपुर से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया गया. वे यहां से सांसद बनकर पहली बार सीधे राष्ट्रीय राजनीति में पहुंच गए. अशोक गहलोत, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव की केंद्र सरकार में पर्यटन, खेल और नागरिक उड्डयन मामलों के राज्य मंत्री रहे हैं.