नई दिल्ली . राजधानी दिल्ली में वेदर का डबल अटैक जारी है. गुरुवार को एक बार फिर राजधानी में वायु गुणवक्ता सूचकांक क्रिटिकल श्रेणी में पहुंच गई है. वहीं तापमान में मंगलवार को तीन डिग्री और बुधवार को एक डिग्री गिरावट के बाद लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. एक साथ मौसम की इस बेरुखी को देखते हुए मौसम विज्ञानियों का सुझाव है कि लोगों को न केवल प्रदूषण से बचकर रहने की जरूरत है, बल्कि तापमान में गिरावट को देखते हुए शुरुआती ठंड की चपेट में आने से भी बचने की आवश्यकता है.

खतरनाक मोड़ पर प्रदूषण  

वेबसाइट https://www.aqi.in/in/ के मुताबिक गुरुवार 6 बजकर 30 मिनट पर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीरतम श्रेणी को पारकर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है. डीआईटी रोहिणी में एक्यूआई 493, न्यूज सरूप नगर 440, आईआईटी जहांगीरपुरी में 433, प्रशांत विहार में 440, कोहट इन्क्लेव में 422, रोहिणी सेक्टर में 7 419, भलस्वा लैंडफिल में 412, अलीपुर में एक्यूआई में 411, अशोक विहार फेस टू में 403, पंजाबी में 408 और रोहिणी सेक्टर 7 में 419 दर्ज किया गया. यानि दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक फिर से क्रिटिकल श्रेणी में है.

तापमान में गिरावट ने बढ़ाई चिंता 

अगर दिल्ली में गुरुवार को तापमान की बात करें तो मानक वेधशाला सफदरजंग के मुताबिक पिछले 24 घंटे मेअधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कल से कम है. साथ ही सामान्य तापमान से भी एक डिग्री कम है. न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री की कमी आई है. बुधवार को औसत तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो अब तक का सबसे कम है. मंगलवार को इस सीजन का सबसे कम तापमान 11.6 डिग्री दर्ज किया गया था. प्रदूषण के बीच तापमान में लगातार गिरावट को मौसम वैज्ञानिक चिंता की बात मानकर चल रहे हैं.

आसमान में छाए रह सकते हैं बादल

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार बुधवार शाम साढ़े पांच बजे शहर में सापेक्षिक आर्द्रता 65 प्रतिशत दर्ज की गई. मौसम विभाग कार्यालय ने दिन के दौरान प्रमुख रूप से आसमान साफ रहने और धुंध छाए रहने का अनुमान जताया था. दिल्ली में 24 घंटे का औसत एक्यूआई शाम चार बजे 394 दर्ज किया गया. बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बेहद खराब, 401 और 450 के बीच गंभीर एवं 450 के ऊपर अत्यंत गंभीर श्रेणी में माना जाता है.हवा सामान्य से तीन गुना ज्यादा जहरीली

मानकों के अनुसार, हवा में पीएम 10 का औसत स्तर 100 और पीएम 2.5 का औसत स्तर 60 से कम होना चाहिए, तभी उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है. मगर दिल्ली-एनसीआर की हवा में बुधवार शाम चार बजे पीएम 10 का औसत स्तर 313 और पीएम 2.5 का स्तर 198 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा. इस तरह से हवा में प्रदूषण कणों का स्तर मानकों से तीन गुना से भी ज्यादा है.