दीपक ताम्रकार, डिंडौरी. Lalluram.com की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. जहां डिंडौरी जिले में एक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में बजाग थाना टीआई मोहन लाल धुर्वे ने लापरवाही बरती थी. जिसको लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से खबर छापा था. जिसके बाद टीआई को एसपी संजीव सिन्हा ने लाइन कर दिया है. जिसकी पुष्टि एडिशनल एसपी जग्गनाथ सिंह मरकाम ने की है.

दरअसल, पूरा मामला 15 नवंबर का है. जहां बजाग थाना क्षेत्र की एक किशोरी 15 नवंबर को शाम 5 बजे साइकिल से अपने बुआ की लड़की और चाचा के लड़के के साथ गांव के दूसरे मोहल्ले में आयोजित बिरसामुंडा जयंती का कार्यक्रम देखने गई थी. इसी दौरान रास्ते में अर्टिगा गाड़ी में सवार गांव के चार युवकों ने गाड़ी रोककर किशोरी से पूछा की कहां जा रही हो. किशोरी ने कार्यक्रम में जाने की बात बताई तो लिफ्ट देकर कार में बैठ लिया. जिसके बाद आरोपियों ने कार्यक्रम स्थल में गाड़ी न रोककर गाड़ी आगे की तरफ बढ़ा दी.

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किशोरी के विरोध करने पर आरोपियों ने कार को अंदर से लॉक कर तेज आवाज में गाने बजाने लगे. जिसके बाद आमा डोंगरी के जंगल की तरफ ले जाते हुए चलती कार की पिछली सीट में एक आरोपी ने नाबालिग किशोरी से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और किशोरी को घर के पास छोड़ कर आरोपी फरार हो गए. जिसके बाद किशोरी घर पहुंचकर परिजनों को अपनी आपबीती बताई तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई.

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वारदात के बाद परिजनों ने बजाग थाने पहुंचे. जहां पुलिस ने रिपोर्ट लिखने की बजाय उन्हें समझौता करने की बात कहकर चलता कर दिया. लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद परिजन मुख्यालय हुंचकर महिला थाने में शिकायत की. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया. फिलहाल अभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. किशोरी के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि जब रिपोर्ट नहीं लिखी गई, तब उन्हें चुनाव के चलते साधन की समस्या होने के कारण तीन दिनों बाद 18 नवम्बर को डिंडोरी पहुंचे. तब जाकर दूसरे दिन 19 नवम्बर को उनकी प्राथमिकी दर्ज की गई.

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इसी मामले में बजाग टीआई मोहन लाल धुर्वे ने लापरवाही बरतते हुए FIR दर्ज करने के बजाय पीड़िता के परिजनों को वापस घर लौटा दिया था. हालांकि महिला थाना के हस्तक्षेप के बाद स्थानीय पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. जबकि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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