जयपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनाव आयोग से कारण बताओ नोटिस जारी करने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि नोटिस का जवाब दिया जाएगा और माकूल जवाब दिया जाएगा. चुनाव प्रचार के दौरान 5 राज्यों के मुख्यमंत्री और नेता लोग यहां आए हैं, उन्होंने क्या-क्या बोला है ये पता है. सभी को मालूम है कि वे यहां पर क्या बोलकर गए हैं. इतने नोटिस वहीं दे सकते हैं. नोटिस का जवाब दिया जाएगा. Read More – Rajasthan Elections 2023 : अगर आपके पास नहीं है वोटर आईडी, तो फोटो युक्त इन पहचान पत्रों से कर सकेंगे वोटिंग

बता दें कि राहुल गांधी राजस्थान में जब एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे थे, तो वहां मौजूद लोगों ने पनौती-पनौती चिल्लाना शुरू कर दिया. इसके बाद राहुल गांधी ने कहा, ‘अच्छा भला हमारे लड़के वहां वर्ल्ड कप जीत जाते, लेकिन पनौती ने हरवा दिया.’ हालांकि, कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी का नाम नहीं लिया था, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी के बयान को लेकर बीजेपी नेताओं ने कार्रवाई की मांग की थी. बीजेपी महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल, ओम पाठक सहित पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपा था.

बीजेपी नेताओं ने ज्ञापन में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के खिलाफ धोखाधड़ी, आधारहीन और अपमानजनक आचरण के लिए उचित कानूनी कार्रवाई करके तत्काल हस्तक्षेप किए जाने की मांग की थी. ज्ञापन में कहा गया है कि कांग्रेस नेताओं के बयान चुनावी माहौल को खराब कर देंगे. इससे सम्मानित व्यक्तियों को बदनाम करने के लिए अपशब्दों, आपत्तिजनक भाषा का उपयोग और झूठी खबरों को रोकना मुश्किल हो जाएगा. इसके बाद चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंदी पर इस तरह के असत्यापित आरोप नहीं लगाए जा सकते. आयोग ने राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है और 25 नवंबर तक उनसे जवाब मांगा है.