मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से अन्नदाता परेशान हैं। दतिया में खाद नहीं मिलने से किसानों ने मंडी के सामने चक्काजाम कर विरोध जताया। वहीं, मुरैना जिले में सुबह 3 बजे से सहकारी केंद्र के बाहर किसानों की लंबी लाइन लगी रही। आवश्यकता अनुसार खाद नहीं मिलने से किसान बाजारों से महंगे दामों में खरीदने को मजबूर हैं।
मनोज उपाध्याय, मुरैना। जिले में दूसरे दिन भी किसान सुबह 3 बजे से टोकन लेकर केंद्र के बाहर कतार में खड़े रहे। वहीं कई किसानों को टोकन नहीं मिलने से वे खाली हाथ लौट गए। किसानाें को मजबूर होकर बाजार से यूरिया 350 रुपए और डीएपी 1700 रुपए में खरीदना पड़ रहा है। प्रशासन का कहना है कि जिले में पर्याप्त मात्रा खाद के स्टाॅक है, लेकिन अब प्रशासन के दावे की पोल खुलती नजर आ रही है। ऐसे में प्रशासन के कार्य प्रणाली पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
खाद की किल्लत से किसान परेशान, टोकन लेकर घंटों लाइनों में खड़े होने को मजबूर
मुरैना केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा का गृह जिला है। फिर भी किसान परेशान हैं। बीजेपी हो या कांग्रेस सभी किसानों को बिजली, पानी, खाद मुहैया कराने की बात करते है। लेकिन किसानों का फसल बुवाई का समय आता है तो किसने की आवश्यकताओं पर ध्यान क्यों नहीं दिया जाता है ? प्रदेश की सरकार किसानों को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने को बात करती है और प्रशासन भी लगातार दावे कर रहा है। लेकिन सभी दावे खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं।
रवि रायकवार, दतिया। जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत मंडी के सामने खाद की किल्लत से परेशान किसानों ने चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल, किसानों को समय पर उर्वरक नहीं मिलने से काफी नाराज हैं। इधर, चक्काजाम की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी किसानों को समझाइश देने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसानों को विरोध प्रदर्शन जारी था।
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