पॉपुलर ई-कॉमर्स साइट्स Amazon और Flipkart से रोजाना लाखों लोग कुछ ना कुछ खरीदते रहते हैं. हम में से कई लोग किसी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसके रिव्यू को जरूर पढ़ते हैं. इसके बाद हम तय करते है कि प्रोडक्ट खरीदनी चाहिए या नहीं. आपको बता दें कि ये इन ई-कॉमर्स साइट्स पर रिव्यू फेक भी हो सकते हैं. Amazon और Flipkart जैसे ईकॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म पर सेलर कभी-कभी आपका ध्यान अपने प्रोडक्ट की ओर खींचने के लिए बहुत से ट्रिक्स अपनाते हैं, जिसके चलते उन्होंने अब फेक रिव्यू को अपना हथियार बना लिया है.

यह एक ऐसा तरीका होता है जिसमें यूजर सामान खरीदे बिना उसके बारे में अच्छी-अच्छी बातें लिखकर उस ब्रैंड या उस प्रोडक्ट को प्रमोट करता है. ये दरअसल अपने प्रोडक्ट को ई-कॉमर्स साइट पर अच्छा दिखाने के लिए किया जाता है लेकिन ये रिव्यू सही नहीं होते हैं.

इस फर्जी रिव्यू के चलते ग्राहकों को भ्रमित किया जाता है और वो ये फेक रिव्यू देखकर सामान को खरीद लेते हैं. तमाम ई-कॉमर्स कंपनियों को फेक रिव्यू को लेकर तलब किया है . लेकिन फेक रिव्यू का बाजार बहुत बड़ा है . यह कैसे काम करता है यही समझने के लिए हमने थोड़ी पड़ताल की.

रिव्यू के बदले गिफ्टा का ऑफर

पहला मामला एक चार्जर का है. King Shine Multi Retractable चार्जर कॉर्ड Amazon पर 299 रुपये में मिल रहा है. इस प्रोडक्ट के साथ हमें बॉक्स में एक कूपन दिया गया, जिस पर लिखा था पॉजिटिव रिव्यू लिखकर दिए हुए वॉट्सऐप नंबर पर हमें उसकी फोटो भेजें.

इसके बादले कंपनी 50 रुपये ऑफर कर रही है. कई लोगों ने 299 रुपये के इस प्रोडक्ट पर 50 रुपये का गिफ्ट पॉजिटिव रिव्यू देकर हासिल किया होगा. वहीं किसी दिक्कत को रिपोर्ट करने के लिए भी कंपनी ने उसी वॉट्सऐप नंबर को दिया है. दूसरा मामला TUSA का है. TUSA खुद को प्रीमियम कार गैजेट्स सेलर बताया है. इस गैजेट को भी हमनें Amazon से ही खरीदा है. कंपनी की वेबसाइट पर रिजस्टर करने के बाद हमें एक मैसेज डिस्प्ले होता है. इस मैसेज में लिखा है कि Amazon पर दिए अपने जेनविन रिव्यू की फोटो वॉट्सऐप पर शेयर करें.

इसके बदले कंपनी यूजर्स को मैग्नेटिक कार फोन होल्डर ऑफर कर रही है. कंपनी का ऑफर है कि अपना रिव्यू शेयर करें और इस प्रोडक्ट को 100% फ्री में पाएं. बहुत से लोग ऐसा करते होंगे और इसके बाद जब आप इस प्रोडक्ट को खरीदने जाएंगे, तो आपको अच्छे रिव्यूज नजर आएंगे.

वैसे तो ये कंपनियों की मार्केटिंग स्ट्रैटजी होती है, लेकिन सरकार इन तरीकों को सही नहीं मानती है. सरकार डार्क पैटर्न के मायाजाल को तोड़ने के लिए काम कर रही है. इसके लिए सॉफ्टवेयर बेस्ड सॉल्यूशन तलाशे जा रहे हैं, जिसके लिए एक हैकाथॉन का आयोजन भी हो रहा है. इसमें जीतने वाली 5 टीम्स को 10-10 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा.