मुंबई। हिंदी विरोधी आंदोलन में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना भी शामिल होगी। कर्नाटक राक्षणा वेदिके की ओर से भेजे गए न्यौते को राज ठाकरे ने स्वीकार कर लिया है।
बेंगलुरू में नम्मा मेट्रो के स्टेशनों से हिंदी में लिखे नाम हटाने के लिए छेड़े गए मुहिम की वजह से वेदिके सुर्खियों में आए थे। वेदिके के अध्यक्ष टीए नारायण गौड़ा ने राज ठाकरे को लिखे पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार देश पर हिंदी थोप रही है।
भारत जैसे विविधता से भरे देश में जहां हिंदी राष्ट्रभाषा न होकर केवल बाकी राज्यभाषाओं के समान है, वहां ऐसी जबरदस्ती ठीक नहीं। केंद्र के ऐसे प्रयासों के खिलाफ समविचारी दलों को एकजुट होना चाहिए।
वेदिके ने बेंगलुरू में शनिवार को एक संगोष्ठी का आयोजन किया है। इसमें हिन्दी का विरोध करने वाली पार्टियां एआईएडीएमके, डीएमके और एमएनएस भी शरीक होगी।