रोहित कश्यप, मुंगेली। खुड़िया क्षेत्र में जंगल की सुरक्षा भगवान भरोसे नजर आ रही है. दरअसल मुंगेली जिले के खुड़िया क्षेत्र के जंगल में हाथी की मौत का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद से वन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. इसके साथ ही यहां वन्य जीव किस कदर सुरक्षित हैं, इस पर भी सवाल उठने लगे हैं. वन विभाग अंदेशा लगा रही है कि हाथी की मौत शिकारियों द्वारा जंगल में वन्यजीव का शिकार करने के लिए बिछाए गए करंट की चपेट में आने से हुई है.

खुड़िया के जंगल में करंट तार की चपेट में आने से जानवरों की मौत का ये कोई पहला मामला नहीं है. बल्कि इससे पहले भी कई मामले आ चुके हैं. यहां तक खुड़िया के जंगल में कुछ साल पहले शिकार के लिए बिछाए गये करंट में आने से युवक की मौत होने की खबर है. वहीं इस बार नर हाथी की मौत करंट से होने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है.

खुड़िया के जंगलों में शिकारियों द्वारा वन्य प्राणियों का बेखौफ शिकार बदस्तूर जारी है. शिक़ायत मिल रही है कि वन विभाग के जमीनी स्तर के कर्मचारी और अधिकारी मुख्यालय से दूर रहते हैं. जिसके चलते वनांचल क्षेत्र में आए दिन शिकार की घटना होते रहती है. हालांकि यह जांच का विषय है. बताया जा रहा है कि जब हाथी की मौत हो गई तो विभाग को कानों कान ख़बर नहीं थी. जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों की सूचना के बाद विभाग को घटना के बारे में पता चला है तब तक एक से दो दिन बीत चुका था.

मामले में मुंगेली डीएफओ सत्यदेव शर्मा ने कहा कि इस घटना की विभागीय स्तर पर जांच की जा रही है. इसी कड़ी में घटना स्थल क्षेत्र से करीब आधा दर्जन लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया घटना शिकारियों के द्वारा बिछाए गए विद्युत तार के चपेट में आने से करंट लगने की वजह से हाथी की मौत हुई होगी ऐसा प्रतीत हो रहा है. क्योंकि हाथी के शरीर पर चोट के निशान भी नजर आ रहे हैं. घटना स्थल के आसपास से विद्युत तार भी बरामद किया गया है. डीएफओ ने यह भी बताया कि घटना की जांच के लिए डॉग स्क्वॉड टीम की भी मदद ली जा रही है. विस्तृत जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई जरुर होगी.

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