लुधियाना. शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा फिर सभी स्कूल प्रमुखों को आगामी वार्षीक परीक्षाओं के मद्देनजर स्कूलों से बोर्ड कक्षा के छात्रों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अपने स्तर पर प्रयास शुरू करने का आग्रह किया गया है।

एस.सी.ई.आर.टी. के डायरैक्टर अविषेक गुप्ता द्वारा जारी पत्र में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ‘मिशन 100 प्रतिशत गिव योर बैस्ट’ द्वारा निर्धारित उच्च मानकों को बनाए रखने और पिछले शैक्षणिक वर्ष में प्राप्त सकारात्मक परिणामों को जारी रखने के लिए स्कूलों में एक्स्ट्रा क्लासेज लगाने के लिए अध्यापकों को प्रेरित करने के लिए कहा है।

इस शृंखला में सभी स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैं कि वे विषय अध्यापकों को एक्स्ट्रा क्लासेज लगाने के लिए प्रेरित करते हुए अतिरिक्त कक्षाएं शीघ्र प्रारंभ करें। इन प्रयासों का विस्तृत रिकॉर्ड स्कूल प्रिंसीपलों द्वारा रखा जाएगा। वहीं जिला शिक्षा अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे जिले भर के स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाओं में भाग लेकर इस पहल का सक्रिय समर्थन के साथ-साथ अध्यापकों का उत्साहवर्धन करें।

स्कूल समय से पहले या बाद में लगेंगी कक्षाएं


छात्रों के प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए विषय अध्यापक सितम्बर 2023 में उनके टर्म-1 परिणामों के आधार पर छात्रों को वर्गीकृत करेंगे। 40 प्रतिशत से कम अंक, 40 से 80 प्रतिशत अंक और 80 प्रतिशत से अधिक अंक वाले छात्रों के लिए ग्रुप बनाए जाएंगे। प्रत्येक समूह की विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्कूल समय से पहले और बाद में अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।

12वीं के छात्रों को मिलेगी नीट, जे.ई.ई. व क्लैट की कोचिंग


शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैं कि नीट, जे.ई.ई. और क्लैट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के महत्व को पहचानते हुए शिक्षकों को 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को इन कठिन परीक्षाओं में सफलता के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना है।

शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के नेतृत्व में ‘मिशन 100 प्रतिशत गिव योर बैस्ट’ लॉन्च किया गया था। शत-प्रतिशत सफलता सुनिश्चित करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ मिशन ने सार्थक परिणाम दिए हैं, जो उत्कृष्टता के लिए शिक्षा प्रणाली की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।