रायपुर. राजधानी पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. देशभर में अलग-अलग फर्जी वेबसाइट बनाकर हजारों लोगों से करोड़ों का ठगी करने वाला अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने गोबरा नवापारा के एक प्रार्थी को देना बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र का फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर अलग-अलग खातों में 1 लाख 23 हजार 8 सौ रुपए डालवा लिए थे. ऐसे ही कई लोगों को आरोपी ने ठगी का शिकार बनाया है.

इस मामले का खुलासा करते हुए एसपी अमरेश मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी धर्मेंद्र कुमार फर्जी वेब साइट के माध्यम से देशभर के कई राज्यों के हजारों लोगों से अब तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है. एक वेब साइट को 3 माह चलाने के बाद उसका डोमेननेम बदल देते थे. जिससे की उस पेज का पता ही नहीं चल पाता था. आरोपियों ने अपनी फर्जी वेब साइट को गूगल सर्च के इस तरह से रजिस्टर्ड किया है, कि ग्राहक सेवा केंद्र सर्च करने पर सबसे पहले इनका ही फर्जी वेब साइट सामने आता है.

इसी का फायदा उठाकर आरोपियों ने गोबरा नवापारा के एक प्रार्थी को देना बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र का फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर अलगअलग खातों में 1 लाख 23 हजार 8 सौ रुपए डालवा लिए थे. जब उसे इस बैंक का फेंचाइजी नहीं मिला तब उसे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया है. जिसके बाद उसने इस ठगी होने की बात को पुलिस थाने में दर्ज करवाया था.

पुलिस के अनुसार मास्टर माइंड धर्मेंद्र कुमार बिहार का रहने वाला है. जिसे गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के पास से 1 लैपटॉप, 4 मोबाइल, 8 सिम, 3 एटीएम कार्ड, नगदी 39 हजार 700 रुपये एवं मल्टी बैंक सी.एस. पी के नाम के दस्तावेज जब्त किये गए हैं. ये आरोपी लोगों को झांसे में लेने के लिए अपने फर्जी वेबसाइट में www.ncvtcspgov.in सरकारी वेबसाइट का लिंक दिखा रहे थे. इनता ही नहीं पैसे ट्रांसफर करने के लिए दर्जन भर से भी अधिक फर्जी बैंक खाते खोल रखे थे.

वहीं एसपी ने कहा कि इस तरह का सायबर ठगी का यह काफी अलग मामला है. जिसके झांसे में लोग बहुत ही आसानी से आ जाते है. इसलिए एसपी ने लोगों से भी अपील की है कि इस तरह के झांसे में ना आये. ऐसा कोई भी मामला आए तो पुलिस की मदद ले. फिलहाल पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध गोबरा नवापारा थाना अपराध दर्जकर गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है. साथ ही पुलिस इसके सहयोगियों की भी तलश कर रही है.