रायपुर- सूबे के नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल की सख्ती आज तीन इंजीनियरों पर भारी पड़ गई. काम में लापरवाही बरतने पर नाराज मंत्री ने तीन सब इंजीनियरों को निलंबित कर दिया. निलंबन की कार्यवाही उस वक्त की गई, जब मंत्री नगर पालिका एवं नगर पंचायत की समीक्षा कर रहे थे. नाराजगी की वजह काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार को माना जा रहा है. सरायपाली के सब इंजीनियर के अलावा बस्तर के सब इंजीनियर सुरेश साहू और गरियाबंद के सब इंजीनियर नरेंद्र सिंह के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की गई.
राजधानी के सर्किट हाउस में बैठक के दौरान नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल निकाय क्षेत्रों में सड़क निर्माण की समीक्षा कर रहे थे. समीक्षा के दौरान ही उनके संज्ञान में ये मामला आया कि महासमुंद जिले के सरायपाली और बस्तर में सड़क का सैंपल दो बार फेल हो गया. इससे नाराज मंत्री ने सब इंजीनियरों को जिम्मेदार मानते हुए निलंबित करने का फरमान सुना दिया. गरियाबंद के सब इंजीनियर पर काम में लापरवाही बरतने के मामले में निलंबित किया गया. सब इंजीनियर के खिलाफ शिकायत मिली थी कि बगैर सूचना जिला मुख्यालय से नदारद था.
2 बार सैंपल फेल होने पर सीएमओ होंगे निलंबित
मंत्री अमर अग्रवाल ने बैठक में सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सड़क सैंपल यदि दो बार फेल हो गया, तो इसके जिम्मेदार सीएमओ होंगे. साथ ही अगली बार ऐसे मामले सामने आने की स्थिति में सीएमओ पर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी.
बताते हैं कि मंत्री की नाराजगी का आलम ये था कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि सड़क सैंपल फेल होने के मामले की ईओडब्ल्यू से जांच कराई जाए.
अमर अग्रवाल ने अधिकारियों को दो टूक निर्देश दिया है कि पार्षद हो या फिर कोई और जनप्रतिनिधि उनके द्वारा किसी भी तरह के बनाए जाने वाले दबाव को दरकिनार कर काम करें.