नई दिल्ली- बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक के साथ ही पार्टी चुनावी मोड पर आ गई है. दिल्ली के अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में दो दिवसीय बैठक के पहले दिन हुई चर्चा चुनाव केंद्रीत रही. बताया जा रहा है कि कार्यकारिणी में अजेय बीजेपी का मंत्र फूंका गया है. बैठक में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ-साथ 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा की गई है. रविवार को बैठक के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के साथ यह बैठक खत्म होगी. माना जा रहा है कि पीएम मोदी का भाषण चुनावी रणनीति के इर्द-गिर्द होगा. साथ ही साथ मौजूदा दौर में देश में चल रही तमाम घटनाक्रमों को लेकर भी मोदी अपनी बातें रख सकते हैं.

इधर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले दिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, पीएम मोदी, वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवानी की मौजूदगी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह का भाषण हुआ. बताया जा रहा है कि रमन ने प्रदेश में केंद्रीय और राज्य की योजनाओं के क्रियान्वयन का ब्यौरा पेश किया है. उन्होंने अपने भाषण में इन योजनाओं के व्यापक असर को लेकर रिपोर्ट पेश की है. साथ ही चुनावी नजरिए से छत्तीसगढ़ बीजेपी की तैयारियों का खाका भी पेश किया है.

धरमलाल कौशिक ने मिशन 65 की रणनीति बताई

इधर बैठक के दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने मिशन 65 की रणनीति पेश की है. पीएम मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में कौशिक ने चुनावी रणनीति बयां करते हुए कहा कि- केंद्र और राज्य की योजनाओं का छत्तीसगढ़ में बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है. योजनाएं सराही जा रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने चुनावी रोडमैप रखते हुए अपने 15 मिनट के भाषण में कहा कि पिछले चुनाव में हमारे पास डाॅ.रमन सिंह का ही चेहरा था. इस बार पीएम मोदी और अमित शाह जी का चेहरा हमारे साथ है. कौशिक ने कहा कि शक्ति केंद्रों से लेकर बूथ मजबूत करने की रणनीति के तहत संगठन ने निचले स्तर तक काम किया है. राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह ने खुद पूरे प्रदेश का दौरा कर संगठन की व्यूह रचना तैयार की है. कार्यकर्ताओं का मनोबल और भरोसा बढ़ा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह की विकास यात्रा और बीजेपी द्वारा चलाई गई जनसंपर्क पदयात्रा का फीडबैक बेहतर है. इससे जमीनी स्तर पर नाराजगी खत्म हुई है. धरमलाल कौशिक ने कहा कि आने वाले समय में बीजेपी की बेहतर संभावनाएं छत्तीसगढ़ में नजर आ रही हैं. परिस्थितियां हमारे लिए अनुकूल हैं और हम राज्य की सत्ता में चौथी बार काबिज होने जा रहे हैं.

तीन राज्यों में सबसे मजबूत छत्तीसगढ

चर्चा है कि बीजेपी की राष्ट्रीय इकाई ने उन सभी राज्यों का आतंरिक सर्वे कराया है, जहां चुनाव होने हैं. इन सर्वे में छत्तीसगढ़ को सबसे मजबूत माना जा रहा है. इसके बाद मध्यप्रदेश और तीसरे नंबर पर राजस्थान है.

लोकसभा चुनाव में ये होगी बीजेपी की रणनीति

बीजेपी सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी कहती है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अमित शाह ने 2019 चुनाव को लेकर संगठन की रणनीति का खाका खींचा है. बताते हैं कि चुनावी मोर्चे पर जाने के साथ ही सबसे पहले कल्याणकारी योजनाओं का हिसाब-किताब निकाला जाएगा. इन्हें लेकर जनता के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार करने के साथ ही बीजेपी सरकार की छवि को मजबूत करने की होगी. न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी, राष्ट्रीय नागरिक पंजी, एस-एसटी के अधिकारों के लिए संशोधित कानून, पिछड़ा वर्ग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने वाले मामलों को लेकर बीजेपी आक्रामक प्रचार में जुटेगी. बताया जा रहा है कि देश में घुसपैठियों को भी बड़ा मुद्दा बीजेपी बनाने जा रही है. इस मुद्दे को छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी जमकर भुनाया जाएगा.

संयुक्त विपक्ष बीजेपी के लिए बनी चुनौती

बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में संयुक्त विपक्ष को संगठन ने सबसे बड़ी चुनौती माना है. बताया जा रहा है कि संयुक्त विपक्ष की रणनीति पर खासतौर पर नजर रखने की बात कही गई है. पेट्रोलियम प्रोडक्ट की बढ़ती कीमत, नोटबंदी, राफेल डील जैसे मुद्दों पर विपक्ष के हमलों पर आक्रामक ढंग से जवाब दिए जाने को लेकर भी चर्चा हुई है.