कुमार इंदर, जबलपुर. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पहले चुनाव के चलते किसान खाद की किल्लत झेल रहे थे, वहीं अब दूसरी तरफ खरीदी केंद्र न खोले जाने का खामियाजा भुगत रहे हैं. किसानों ने सरकार से तुलाई को लेकर सरकार से दिशा-निर्देश जारी करने की गुहार लगाई है.

जबलपुर में बेमौसम बारिश से खुले में पड़ा हजारों क्विंटल धान भीग गया है. किसानों के खेतों और खरीदी केंद्र के बाहर भारी मात्रा में धान पड़ा है. जो बारिश से भीग गया. धान भीगने से किसानों को भारी नुकसान की चिंता सता रही है.

बताया जा रहा है कि चुनाव के चलते धान की खरीदी अबतक शुरु नहीं हो पाई है. प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में दो दिन हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि 1 दिसंबर से धान खरीदी लक्ष्य का रखा गया है.

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किसान तुलसीदास का कहना है कि परेशानी यह है कि सोसाइटी चालू नहीं हो रही है. ऐसे में धान खराब हो रहा है. यह सरकार की बहुत बड़ी गलती है. किसान परेशान है. उन्होंने कहा कि बोवनी के लिए खाद नहीं मिल रही है.

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किसान अशोक पटेल ने कहा कि धान की कटाई हुए लगभग महीनेभर हो गए. लेकिन शासन की ओर से कोई दिशा-निर्देश नहीं है कि कब तुलाई होनी है. सारे किसान परेशान हो रहे हैं. मौसम भी खराब हो रहा है. कब बारिश हो जाए, कब धान खराब हो जाए. उन्होंने कहा कि किसान कर्ज लेकर ही सब काम करते हैं, बीज-खाद लेना है लेकिन पैसे नहीं हैं.

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