नई दिल्ली . प्रगति मैदान में हुए इंडिया इंटरनैशनल ट्रेड फेयर में खादी ग्रामोद्योग की 15.03 करोड़ की ब्रिकी हुई. ट्रेड फेयर में ‘खादी इंडिया पविलियन’ अपने 214 स्टॉल के साथ नए-नए खादी प्रोडक्ट के साथ लोगों के बीच पहुंचा और खादी प्रेमियों ने जमकर खरीदारी की.
‘नए भारत की नई खादी’ की झलक के साथ खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने 14 से 27 नवंबर तक ट्रेड फेयर में हिस्सा लिया. आयोग की ओर से बताया गया कि मेले में हॉल नंबर-3 में लगे खादी पविलियन में बड़ी तादाद में लोग पहुंचे और पहली बार ट्रेड फेयर में विक्री का आंकड़ा 15 करोड़ रुपये को पार कर गया. केवीआईसी चेयरमैन मनोज कुमार ने मीडिया को बताया कि खादी इंडिया पविलियन में इस बार दिल्ली वालों पर प्रधानमंत्री के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान का असर दिखा. लोगों ने 15.03 करोड़ रुपये की खरीदारी की. 2022 में यह विक्री 12.06 करोड़ रुपये थी, जिसमें इस साल 25% इजाफा हुआ. इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) ने खादी पविलियन को विशेष प्रशंसा पदक पुरस्कार से भी सम्मानित किया.
27 नवंबर को खादी इंडिया पविलियन में समापन कार्यक्रम में विक्री के आधार पर प्रतिभागियों को केवीआईसी चेयरपर्सन ने सम्मानित किया. पहला पुरस्कार कर्नाटक की टीएनआर सिल्क खादी को दिया गया, जिसके स्टॉल पर 4,408,870 रुपये के प्रोडक्ट बिके. दूसरे स्थान पर कर्नाटक की नाजनीन सिल्क खादी इंडस्ट्रीज (3,076,600 रुपये की विक्री) रही. तीसरे स्थान पर भी कर्नाटक की शिरीन सिल्क खादी ग्रामोद्योग संघ (2,253,570 रुपये की विक्री) रही. 10 स्टॉल्स को सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए. 214 खादी और ग्रामोद्योग संस्था, पीएमईजीपी और स्फूर्ति यूनिट को सर्टिफिकेट भी दिए गए.