CG News: प्रतीक चौहान. अक्सर महिलाओं की ये शिकायत होती है कि उनके पति पुलिस में है, यही कारण है कि वे उन्हें टाइम नहीं दे पाते… उनके घर आने का कोई वक्त नहीं, घर से जाने का कोई वक्त नहीं… लेकिन जब पति-पत्नी दोनों वर्दीवाले हों… तो एक दूसरे की परेशानी को बखूबी समझते हैं, न केवल समझते हैं बल्कि एक-दूसरे की मदद भी करते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक कपल के बारे में बताने जा रहे है. पति छत्तीसगढ़ पुलिस में TI हैं और पत्नी RPF में सब इंस्पेक्टर. हत्या के आरोपी को पकड़ने में आरपीएफ में पदस्थ पत्नी ने ट्रेन के पैंट्रीकार में पदस्थ स्टॉफ से न केवल रेकी करवाई, बल्कि आरोपी के ट्रेन की जानकारी को एनालिसिस करने में भी मदद की. जिसके बाद हत्या के शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

राजनांदगांव में हुई थी ज्ञानचंद बाफना के करीबी नौकर की हत्या

राजनांदगांव में चंद दिनो पहले पूर्व चेंबर पदाधिकारी ज्ञानचंद बाफना के करीबी नौकर सुरेश कुमार जोशी की हत्या हुई थी. पहले सुरेश कुमार जोशी की लाश मिलने के बाद सुसाइड नोट मिला, जिससे पुलिस को ऐसा प्रतीत हुआ कि ये सुसाइड है. लेकिन अगले ही दिन हत्या के आरोपियों ने एक गलती की, जिससे ये पता चला कि ये सुसाइड नहीं हत्या है. हत्या के आरोपियों ने ज्ञानचंद बाफना के घर एक चिट्ठी भिजवाई. जिसमें ये लिखा था कि, उनके नौकर ने सुसाइड किया है और सुसाइड नोट में उसका (ज्ञानचंद बाफना) का जिक्र है. यदि वे शाम को उनसे संपर्क नहीं करेंगे तो वे पुलिस को सुसाइड नोट भेज देंगे. ज्ञानचंद बाफना ने समझदारी का काम करते हुए उक्त पत्र खुद ले जाकर सीधे पुलिस को सौंप दिया. जिसके बाद पुलिस ने चिट्ठी पहुंचाने वाले आरोपी को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि, ज्ञानचंद बाफना के पार्टनर प्रकाश गोलछा ने इस हत्या की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की थी. लेकिन हत्या के बाद से वो फरार हो गया.

सेक्स रैकेट में पकड़ाया था प्रकाश गोलछा

करोड़ों की संपत्ति का मालिक प्रकाश गोलछा 2020-21 में फार्म हाउस में सेक्स रैकेट में पकड़ाया था. जिसके बाद उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया गया था. इसी बात से वे नाराज था और इसके अलावा अपने बिजनेस डिस्प्यूट के कारण ज्ञानचंद बाफना से बदला लेना चाहता था, इसलिए उसने उसके नौकर सुरेश कुमार जोशी को अपने फार्म हाउस में बुलाया और कोल्ड्रिंक में कीटनाशक डालकर पिला दिया और बाद में उसे वे आईपीएस स्कूल के पास छोड़ दिया. इस स्कूल में दोनों के अलावा भी अन्य 3-4 लोग पार्टनर है. पुलिस ने हत्या में शामिल मनीष खुटेल, दयाराम, नितेश सेन और पेमेंद्र को तो गिरप्तार कर लिया था, लेकिन हत्या का मास्टर माइंड प्रकाश गोलछा फरार हो गया.

TI पति की RPF SI ने ऐसे की मदद

राजनांदगांव कोतवाली टीआई और RPF एसआई (पति-पत्नी)

इस पूरे हत्याकांड का खुलासा राजनांदगांव एसपी मोहित गर्ग और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा ने किया. इसमें हत्या का मुख्य आरोपी राजनांदगांव से सिकंदराबाद फरार हो गया था. आरोपी इतना शातिर था कि, उसने अपना फोन बंद कर लिया था, जिससे पुलिस उसका लोकेशन न ट्रेस कर सके. आरोपी नेपाल भागने की फिराक में था और पुलिस ने उसके सभी बैंक खाते फ्रिज कर दिए थे, जिससे वो कोई भी ट्रांजेक्शन नहीं कर पा रहा था. आरोपी सिकंदराबाद पहुंचा, जहां वे एक जैन तीर्थ में दर्शन करने भी गया. यहां से उसने एक अज्ञात नंबर से फोन किया. जिससे पुलिस को ये पता चला कि आरोपी सिकंदराबाद में है. राजनांदगांव पुलिस ने तीन-चार अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपी को गिरफ्तार करने की रणनीति बनाई. लेकिन शातिर आरोपी हर बार पुलिस को चखमा देकर भागता रहा. इसके बाद आरोपी पटना स्पेशल ट्रेन में बैठा. जब बात ट्रेन की आई तो कोतवाली थाना टीआई एमन साहू को अपनी पत्नी तरूणा साहू की याद आईं जो आरपीएफ में SI हैं और वर्तमान में मंदिर हसौद में पदस्थ है.

अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए RPF सब इंस्पेक्टर ने राजनांदगांव में पदस्थ RPF इंस्पेक्टर निरीक्षक प्रशांत अडल्क से संपर्क किया और पूरी बात बताई. इसके बाद राजनांदगांव पुलिस और आरपीएफ की टीम वर्दीवाले का फर्ज निभाते हुए पुलिस की मदद की. उन्होंने सिकंदराबाद से छूटने वाली हर ट्रेन का एनालिसिस किया. जिसके बाद पता चला कि आरोपी पटना स्पेशल ट्रेन में बैठा हुआ है. इसके बाद आरपीएफ ने ट्रेन के पैंट्रीकार के बारे में जानकारी एकत्र की. पूरी रणनीति के तहत आरोपी की तस्वीरें ट्रेन में वेंडिंग करने वाले स्टॉफ को भेजी गई और फिर ट्रेन के अंदर ही आरोपी की रेकी बिना पुलिस के शुरू हुई. इसके बाद आरपीएफ ने ट्रेन में स्कार्टिंग कर रही टीम से भी संपर्क किया और आरोपी पर नजर रखने कहा. अलग-अलग टीमें आरोपी की रेकी करते हुए गोंदिया तक पहुंची और गोंदिया से राजनांदगांव पुलिस की टीम भी ट्रेन में चढ़ गई और जैसे ही राजनांदगांव आया पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस आरोपी से विस्तृत पूछताछ कर रही है.

पुलिस और आरपीएफ की इस टीम ने निभाई अहम भूमिका

 उपरोक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक एमन साहू, रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक प्रशांत अडल्क, उप निरीक्षक तरुणा साहू रेलवे सुरक्षा बल राजनंदगांव,  प्रभारी सायबर सेल सउनि. द्वारिका प्रसाद लाउत्रे, थाना कोतवाली से उप निरीक्षक रतन सिंह नेताम, पुष्पराज साहू, संजय बरेठ, सउनि. दरबारी तारम, प्र.आर. जी सरिल,  चंद्रेश सिन्हा, संदीप चौहान, आरक्षक रामखिलावन सिन्हा, अनिवाश झा, प्रख्यात जैन, प्रदीप जायसवाल, रूपेन्द्र वर्मा, रंजीत चैरसिया, चतुर दास भुवनेश्वर जायसी, बेनूराम नेताम तथा जिला सायबर सेल राजनांदगांव टीम के सउनि संतोष सिंह, सउनि सुमन कर्ष, प्र.आर. बसंत राव, अनित शुक्ला, आरक्षक मनीष वर्मा, अवध किशोर साहू, मनोज खुटे, दीपक जाटवर, हरिश ठाकुर, परिवेश वर्मा, आदित्य ठाकुर, हेमंत साहू, मनोज खुंटे अमित सोनी एवं थाना कोतवाली स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही.