अजय सूर्यवंशी, जशपुर. पति से प्रताड़ित होकर एक महिला का थाने में हंगामा मचाने का मामला सामने आया है. महिला पुलिस पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए रोते बिलखते न्याय की गुहार लगाती रही. देखते ही देखते थाने में भीड़ जमा हो गई. नगर के प्रबुद्धजनों ने भी थाना स्टॉफ पर अनदेखी का आरोप लगाया है. पीड़िता ने कहा, सुबह आठ बजे से बयान के लिए मुझे बुलाया गया है और शाम 6 बज रहा, अभी तक जाने नहीं दिया जा रहा.

बता दें कि पीड़िता आरती विश्वकर्मा का प्रकरण न्यायालय में पेंडिंग है. पति केशव यादव के खिलाफ न्यायालय ने भरण पोषण का आदेश दिया है. तीन माह से पति केशव यादव ने उन्हें भरण पोषण की राशि नहीं दी है.

इस मामले में थाना प्रभारी सतीश सोनवानी का कहना है कि पीड़िता आरती विश्वकर्मा और पति केशव यादव का मामला न्यायालय में चल रहा है. आरती विश्वकर्मा के जो गवाह हैं उनके खिलाफ महिला चरित्र लांछन का बगीचा थाने में शिकायत की गई थी. इस पर बयान के लिए दोनों पक्षों को बुलाया गया था. हमारे द्वारा किसी भी तरह का प्रताड़ित नहीं किया गया है.

पीड़िता ने रोते हुए बताया कि मेरा छोटा सा बच्चा है. मैं न्याय के लिए थाने का चक्कर काट रही हूं, लेकिन मुझे न्याय नहीं मिल रहा है. थाना प्रभारी पैसा मांग रहा है. सुबह से आई हूं. न्याय की गुहार लगा रही हूं, लेकिन कोई नहीं सुन रहा. मेरा गवाह को थाने में बैठाया गया है और जेल भेज रहे, ताकि मेरा केस हल्का हो जाए. मुझे न्याय नहीं मिलेगा तो मैं आत्महत्या कर लूंगी.

पीड़िता ने कहा, मैं अपने बच्चे के हक अधिकार के लिए जी रही हूं. जब उसे उसका अधिकार ही नहीं मिलेगा और मेरा बात पुलिस वाले नहीं सुनेंगे तो मैं जी कर क्या करूंगी. मै 2021 से लड़ रही हूं, जब मैं केस कराने आती हूं तो मेरा नहीं सुना जाता है और मेरा पति आता है तो तुरंत कार्यवाही करते हैं. मेरा बच्चा घर नहीं पहुंची हूं तो रो रहा है और मेरा पिता बीमार है. पुलिस वाले मुझे जाने नहीं दे रहे हैं.

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