सुनील पासवान, बलरामपुर. छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ पंजीयन क्रमांक 2060/2008 के प्रांतीय निकाय के आह्वान पर जिलाध्यक्ष रमेश तिवारी के नेतृत्व में जिले भर के लिपिक आज पांचवे दिन भी हड़ताल पर हैं। जिले के समस्त तहसील मुख्यालय में लिपिकों ने धरना देकर प्रदर्शन किया, और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी किया। लिपिको के आंदोलन से निर्वाचन सहित समस्त कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह प्रभावित रहा। कर्मचारी अब अपने खून से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर कलेक्टर के माध्यम लिपिकों की जायज़ माँग पूरी करने का अनुरोध किया। जिलाध्यक्ष रमेश तिवारी ने बताया कि अब आंदोलन और तेज़ करते हुये 11 सितम्बर को जेल भरो आंदोलन किया जायेगा। जिले के सभी लिपिक अपनी गिरफ्तारी देंगे।
जिला एवं तहसील अध्यक्षों के नेतृत्व में लिपिकों ने शासन की संवेदनहीनता पर हल्लाबोल किया। लिपिक 37 वर्षो से लंबित वेतन विसंगति दूर करने एवं राजस्थान सरकार की तर्ज पर ग्रेड पे में सुधार की मांग तथा चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान की मांग को लेकर विगत 4 माह से विभिन्न चरणों में आंदोलन करते रहे हैं। इसके बावजूद सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार की पहल नहीं होने से लिपिकों में भारी आक्रोश है, और उनके द्वारा प्रदेश स्तर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल का शंखनाद कर दिया है। प्रदेश भर के समस्त लिपिक सक्रिय मंच के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, इससे निर्वाचन कार्यालय में कार्य पूरी तरह बाधित हो गया है, वहीं राजस्व न्यायालयों में काम बंद होने से जनता को भारी असुविधा हो रही है।
विदित हो कि लिपिकों ने इसके पहले क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन करते हुए प्रथम चरण में 11 मई को रैली एवं कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन, द्वितीय चरण में 26 मई को रैली एवं कमिश्नर के माध्यम से ज्ञापन, तृतीय चरण में 1 जून से 25 जून तक काली पट्टी लगाकर कार्य संपादन, चतुर्थ चरण में 27 जून को एक दिवसीय अवकाश, पंचम चरण में 26 एवं 27 जुलाई को दो दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर धरना प्रदर्शन, छठे चरण में गांधीवादी तरीके से मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव में न्याय गुहार रैली निकाली गई।
इसके बावजूद भी सरकार के द्वारा कोई सार्थक पहल नहीं करने से आंदोलन के अंतिम चरण में आप समस्त लिपिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। लिपिक नेताओं ने बताया कि मांग पूरी नहीं होने की दशा में समस्त कार्यालयों का कामकाज पूरी तरह बंद रहेगा. जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन की होगी।
बलरामपुर जिलाध्यक्ष ने अपने खून से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर कलेक्टर के माध्यम से प्रेषित करके लिपिकों की जायज़ माँग पूरी करने का अनुरोध किया। जिलाध्यक्ष रमेश तिवारी ने बताया कि अब आंदोलन और तेज़ करते हुये 11 सितम्बर को जेल भरो आंदोलन किया जायेगा। जिले के सभी लिपिक अपनी गिरफ्तारी देंगे।