रेणु अग्रवाल, धार। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना के धार जिले की 7 सीटों में से 2 पर बीजेपी का कब्जा हो गया है। वहीं 3 सीटों पर कांग्रेस ने बाजी मार ली है। जिले के बदनावर में सबसे बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। प्रदेश के उद्योग मंत्री व भाजपा प्रत्याशी राजवर्धन सिंह दत्तीगांव चुनाव हार गए है। बदनावर में इस बार बाबूजी राम-राम का नारा गूंज उठा है। बदनावर से कांग्रेस प्रत्याशी भंवरसिंह शेखावत ने दूसरी बार जीत दर्ज की है। पूरे प्रदेश में भाजपा की लहर के बावजूद गंधवानी, कुक्षी, सरदारपुर जैसी सीटों पर कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है।
खबर लिखे जाने तक मनावर विधानसभा के नतीजे सामने नहीं आए थे। भाजपा ने धार विधानसभा से लगातार पांचवी बार जीत दर्ज कर ली है। 2003 से भाजपा यहां पर अजेय है और इस बार भी भाजपा की नीना विक्रम वर्मा ने चौथी बार जीत दर्ज की है। जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है।
कुक्षी विधानसभा सीट पर एक बार फिर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। जिले की सबसे बड़ी जीत कुक्षी में ही दर्ज की है। कुक्षी से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह हनी बघेल ने 46 हजार वोटों से जीत हासिल की है। हालांकि उनकी पिछली जीत की तुलना में यह जीत आधी है। इसकी वजह यह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में हनी बघेल ने करीब 80 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी।
कांटे की टक्कर के बाद जीते बाबूजी
बदनावर विधानसभा में मतगणना की शुरूआत से ही कांटे की टक्कर देखने को मिली। जीत-हार के लिए शुरूआत से ही बीजेपी प्रत्याशी राजवर्धन दत्तीगांव और कांग्रेस प्रत्याशी भंवरसिंह शेखावत में रेस चल रही थी। आखिरी दो से तीन चरण में बाजी पलटी और कांग्रेस जीत की तरफ आगे बढ़ती गई। कांग्रेस के भंवरसिंह शेखावत बाबूजी ने 2 हजार 900 वोटों की लीड लेकर जीत दर्ज की। बदनावर में शेखावत का जादू चला है। मंत्री दत्तीगांव की हार ने कई समीकरण को बदल दिया है। इसे एंटीइनकबेंसी के तौर पर भी देखा जा रहा है। वहीं चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता कंवरलाल पाटीदार पर दर्ज हुए अवैध शराब के मुकदमे ने भी माहौल को पलटने का काम किया। इससे पाटीदार वोटर नाराज हुए और कांग्रेस की तरफ गए।
गंधवानी में 22 हजार वोटों से जीत
गंधवानी से कांग्रेस के पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने अपनी चौथी जीत दर्ज की है। 20 राउंड की गिनती होने के बाद उमंग सिंघार ने 22 हजार 129 वोटों से बड़ी जीत दर्ज की है। कांग्रेस प्रत्याशी को 98 हजार 932 वोट मिले हैं। जबकि भाजपा के सरदारसिंह मेड़ा को 76 हजार 863 वोट मिले। सिंघार ने गंधवानी से जीत का सिलसिला जारी रखते हुए चौथी बार जीत दर्ज की है। इस सीट पर बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झौंक दी थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां पर तीन बार सभाएं ली थी। इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी लगाया गया था। लेकिन पूर्व वन मंत्री व कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार के गढ़ को भेदने में भाजपा सफल नहीं हो पाई। हालांकि सिंघार को चुनाव के दौरान घेरने में भाजपा सफल रही थी। लेकिन परिणामों में यह घेराबंदी विफल हो गई।
नीना वर्मा चौथी बार बनी विधायक
धार विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी नीना वर्मा ने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है। 2008 से अब तक नीना वर्मा लगातार धार से विधायक बनती आई हैं, यह क्रम इस बार भी जारी रहा है। हालांकि भाजपा के पास धार विधानसभा सीट 2003 से ही है। इस बार चौतरफा मुकाबला होने के बावजूद धार विधानसभा से नीना वर्मा ने अंतिम चरण तक 9 हजार 794 वोटों की लीड लेकर जीत दर्ज कर ली हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा के पक्ष में सभा लेने के लिए खुद देश के गृहमंत्री अमित शाह धार पहुंचे थे। यहां पर भाजपा अपनी सीट बचाने में सफल रही है।
धरमपुरी से भाजपा जीती
जिले की लगभग सभी सीटों पर जीत-हार की स्थिति स्पष्ट हो गई है। हालांकि मनावर विधानसभा से कांग्रेस के डॉ. हीरालाल अलावा मात्र 722 वोटों से आगे हैं। वहीं भाजपा के शिवराम कन्नौज पीछे थे। हालांकि खबर लिखे जाने तक हार-जीत का फैसला नहीं हो पाया था। भाजपा के कन्नौज ने दोबारा मतगणना के लिए आवेदन दिया है। इस पर प्रशासन ने फैसला नहीं लिया है। धरमपुरी से भाजपा के कालूसिंह ठाकुर ने अंतिम वक्त में जीत दर्ज कर ली।
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