अलंकार तिवारी,अंबिकापुर. राजनीति के क्षेत्र में अब धीरे-धीरे किन्नर भी अपनी किस्मत आजमाने के लिए राजनीतिक मैदान में उतर रहे हैं. मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की सोहागपुर विधानसभा से सबसे पहली किन्नर शबनम मौसी के चुनाव लड़ने के बाद, जबलपुर से एक पार्षद, कटनी की एक महापौर, और रायगढ़ में महापौर मधु किन्नर के बाद अब सरगुजा में भी एक किन्नर राजनीति के महासमर में कूद पड़ी हैं. अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार किन्नर मुस्कान इस क्षेत्र से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. मंगलवार को रायगढ़ नगर निगम की महापौर मधु किन्नर सहित अन्य सहयोगियों की उपस्थिति में मुस्कान किन्नर अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी तौर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.

इस बार चुनाव में छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष और सरगुजा महाराज के खिलाफ अम्बिकापुर की मुस्कान किन्नर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडेंगी. चुनाव को लेकर तृतीय लिंग समुदाय उत्साहित भी है. देखा यह भी जा सकता है इस बार का यह चुनाव रोचक हो सकता है. सरगुजा जिले के अम्बिकापुर विधानसभा के तीनों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. इस बार चुनाव पर इन तीनों सीटों पर भाजपा की नज़र भी टिकी हुई है. इसी बीच मुस्कान किन्नर ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा अम्बिकापुर से कर दी है.

इस विधानसभा सीट से फिलहाल कांग्रेस की ओर से एक मात्र चेहरा नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव है. जो कि अभी मौजूदा विधायक भी है. कांग्रेस को इस विधानसभा सीट पर किसी अन्य पार्टी ने अभी मात नहीं दी है. पिछले कई सालों से यहां कांग्रेस का दबदबा बना हुआ है. भाजपा भी इस विधानसभा में टक्कर की चुनाव लड़ने की तैयारी में है. इसलिए अभी तक भाजपा यहां अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं कर पाई है. तो वहीं इसी बीच मुस्कान किन्नर भी इस विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.

अब देखना यह होगा कि इस बार अम्बिकापुर में एक महाराज के सामने कौन बाजी मार पाता है. वहीं मुस्कान किन्नर भी इस चुनाव में कितना असर डालने में सफल हो पाती हैं.