जयपुर. राजस्थान में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इस पर तमाम कयासबाजी जारी है. इस बीच बहुत से नाम सीएम पद के दावेदारों के लिए जा रहे हैं पर जिन दो नामों की चर्चा सबसे ज्यादा है उनमें हैं जयपुर राजघराने की राजकुमारी दीया कुमारी और  पहले भी राजस्थान के सीएम की कुर्सी में बैठ चुकी वसुंधरा राजे सिंधिया शामिल है. मीडिया में भी इन दोनों के सीएम कैंडिडेट बनने को लेकर काफी कुछ लिखा जा चुका है. आइये देखते हैं राजस्थान की राजनीति को देखते हुए दोनों के बीच सीएम पद की होड़ में कौन किससे कितना आगे है?

राजस्थान में सबसे ज्यादा संभावना इस बात की जताई जा रही है कि भाजपा आगामी चुनौतियों को देखते हुए किसी नए चेहरे पर दांव लगाएगी. ऐसे में राजस्थान में गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनिया, सांसद बाबा बालक नाथ, राज्यवर्धन सिंह राठौर सहित कई नामों की चर्चा चल रही है. इसके साथ ही जयपुर राजघराने की दिया कुमारी को भी इस दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है.

 यदि पार्टी किसी महिला को मुख्यमंत्री बनाने की रणनीति पर अमल करती है, तो दिया कुमारी इस रेस में सबसे आगे निकल सकती हैं. लेकिन चूंकि वसुंधरा राजे सिंधिया पहले ही इस पद पर अपनी दावेदारी ठोंक रही हैं, आने वाले दिनों में राजस्थान भाजपा में दो महारानियों के बीच टक्कर देखने को मिल सकती है. बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 115 सीटें जीतकर बहुमत पा लिया है और कांग्रेस 69 सीटों पर सिमट गई है. अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस रिवाज बदलने में नाकाम रही. वसुंधरा राजे, दिया कुमारी सहित सीएम योगी जैसी छवि वाले बाबा बालकनाथ, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत सीएम पद की होड़ में हैं.

अशोक गहलोत और पायलट की भूमिका पर कवायद

इस बीच कांग्रेस में विधायक दल का नेता चुने जाने की कवायद भी चल रही है. आने वाले समय में अशोक गहलोत और सचिन पायलट की कांग्रेस में क्या भूमिका होगी, यह भी जल्द साफ हो सकता है. रविवार को राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए. भाजपा ने 115 सीटों पर कमल खिलाया तो कांग्रेस के हाथ महज 69 सीटें ही आईं. 8 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की तो बसपा के 2 प्रत्याशी जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. भारत आदिवासी पार्टी को भी 3 सीटों पर सफलता मिली है.

बीते तीन दशक में किस पार्टी ने किसे बनाया मुख्यमंत्री?

  • 4 दिसंबर 1993 से 29 नवंबर 1998 तक, भारतीय जनता पार्टी, भैरों सिंह शेखावत
  • 1 दिसंबर 1998 से 8 दिसंबर
  • 2003 तक, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अशोक गहलोत
  • 8 दिसंबर 2003 से 11 दिसंबर 2008 तक, भारतीय जनता पार्टी,
  •  वसुंधरा राजे सिंधिया 12 दिसंबर 2008 से 13 दिसंबर
  • 2013 तक, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अशोक गहलोत 13 दिसंबर 2013 से 16 दिसंबर 2018 तक, भारतीय जनता पार्टी, वसुंधरा राजे सिंधिया
  • 17 दिसंबर 2018 से अब तक, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अशोक गहलोत