स्पोर्ट्स डेस्क. बांग्लादेश और न्यूजीलैंड (BAN vs NZ) के बीच दो टेस्ट मैच की सीरीज (Test Series) चल रही है. सीरीज का दूसरा मैच ढाका (Shere Bangla National Stadium, Dhaka) में खेला जा रहा है. मैच के पहले दिन बुधवार को मैदान पर कुछ ऐसा देखने को मिला, जिसे देखकर बांग्लादेशी प्रशंसकों को अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ. कीवी गेंदबाजों ने मैच में दबदबा बनाते हुए मेजबान बांग्लादेश की पहली पारी को 172 रन पर समेट दिया. इस बीच अच्छी लय में दिख रहे अनुभवी बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम (Mushfiqur Rahim) अपने आउट होने के तरीके पर खुद विश्वास नहीं कर पाए.

बता दें कि, मुशफिकुर गेंद को हाथ से रोकने की कोशिश में आउट हुए. इसे क्रिकेट की भाषा में ‘हैंडलिंग द बॉल’ (Handling the ball) कहते हैं. इसके साथ ही वह पहले बांग्लादेशी क्रिकेटर बन गए हैं, जो इस तरह आउट हुए हैं. बांग्लादेश की पारी के 41वें ओवर में 35 रन पर बल्लेबाजी कर रहे मुशकिफुर को काइल जैमीसन (Kyle Jamieson) गेंदबाजी कर रहे थे. इससे पहले भी गेंद उनके बल्ले से लगकर स्टंप के नजदीक से गुजर चुकी थी. लेकिन इस बार मुशफिकुर गेंद के विकेट पर लगने की डर से उसे अपने हाथ से रोक दी. ऐसा करते ही कीवी खिलाड़ियों ने अपील की और अम्पायर के आउट देते ही मुशफिकुर को मैदान से बाहर जाना पड़ा.

टेस्ट क्रिकेट में ‘हैंडलिंग द बॉल’ की यह पहली घटना नहीं है. मुशफिकुर से पहले भी सात खिलाड़ी इसके शिकार हो चुके हैं. अगर, क्रिकेट के सभी प्रारूप को मिला दिया जाए तो अब तक कुल 11 खिलाड़ी इस तरीके से आउट हो चुके हैं. ‘हैंडलिंग द बॉल’ के कुल 11 प्रकार के होते हैं. आईसीसी के नियम में इसे ‘ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड’ भी कहा जाता है. इस नियम को वर्ष 2017 में शामिल किया गया था. ‘हैंडलिंग द बॉल’ के शिकार हुए खिलाड़ियों में रसेल एंडियन (1957), एंड्रयू हिलडिट्च (1979), मोहसिन खान (1982), डेसमंड हेन्स (1983), मोहिंदर अंमरनाथ (1986), ग्राहम गूच (1993), डेरिल कलीनन (1999), स्टीव वॉ (2001), माइकल वॉन (2001), चामू चिभाभा (2015) और मुशफिकुर (2023) का समावेश है.

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