रायपुर- आगामी चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद किसानों को पिछले दो साल का बकाए समेत हर साल दोगुना धान बोनस देने का ऐलान करने वाली कांग्रेस पर मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने चुटकी ली है. रमन ने टिप्पणी करते हुए कहा कि – 15 सालों से कांग्रेसी नेता बस यही करते रहते हैं. उनके दुकान का बोर्ड अच्छा लगता है. लेकिन जो दुकान खुला ही नहीं वहां कितना अच्छा भी बोर्ड लगा दो कौन आएगा ? रमन ने कहा कि जो दुकान 15 सालों से खुला ही नही वहां कोई नहीं जाएगा.
दरअसल किसानों को बोनस की राशि दिए जाने के लिए बुलाए गए छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए कहा कि इस सत्र का कोई औचित्य नहीं था. बीजेपी सरकार ने सियासी फायदे के लिए यह सत्र बुलाया है, जिससे किसानों को बरगलाया जा सके. रमन ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि- हमें किसानों के लिए विशेष सत्र बुलाने की जरूरत पड़ी. धान खरीदी के साथ 300 रुपये बोनस देने के लिए यह सत्र बुलाया गया था, जिससे 2400 करोड़ रूपए के अनुपूरक बजट को पारित किया जा सके. सीएम ने कहा कि एक नवंबर से ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. धान खरीदी के लिए भी हमने बड़ा लक्ष्य रखा है. रमन ने कहा कि वित्तीय प्रबंधन में छत्तीसगढ़ देश में बेहतर स्थिति में है. हमने जो ऋण लिया है उसके तहत दिए जाने वाला ब्याज सबसे कम छत्तीसगढ़ का है. 15 सालों की यात्रा में हमारा वित्तीय प्रबंधन सबसे बेहतर रहा है. सरकार की वित्तीय क्षमता थी. इसलिए हम ये कर पाये.

अब 48-49 सीटों से नहीं चलेगा काम

अनुपूरक बजट भाषण के दौरान मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि अगली बार हम फिर चुनकर यहां लौटेंगे. उन्होंने विपक्षी सदस्यों की ओर इशारा करते हुए कहा कि अब हम 48-49 सीटों से नहीं मानेंगे. आने वाले चुनाव में बीजेपी 65 से ज्यादा सीट जीतेगी. यहां से लेकर विपक्षी सदस्यों की सीटों तक बीजेपी के विधायक बैठेंगे. कांग्रेस विधायकों के बैलगाड़ी में बैठकर विधानसभा पहुंचने के मामले पर रमन ने कहा कि विपक्ष के साथी किसानों से जुड़े मुद्दे पर भी राजनीति कर रहे हैं.

सरकार में बैठे लोगों का मानसिक दिवालियापन- भूपेश

इधर किसानों को बोनस दिए जाने को लेकर बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि यह सरकार का मानसिक दिवालियापन है. बघेल ने कहा कि यदि किसानों को बोनस बांटना ही था तो बजट सत्र के दौरान प्रावधान क्यों नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो पिछले 2 सालों की बोनस राशि जो नहीं मिली है वो हम देंगे. साथ ही किसानों को दिए जाने वाले बोनस को हम दोगुना करेंगे. बघेल ने कहा कि  सीएजी ने भी कहा है सरकार का वित्तीय प्रबंधन ठीक नहीं है. कुप्रबंधन का नतीजा है कि बार-बार अनुपुरक बजट लाया जाता रहा.