नितिन नामदेव, रायपुर। देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं. जिसमें से तीन राज्यों में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा जल्द ही सरकार बनाने जा रही है. वहीं तेलंगाना में कांग्रेस और मिजोरम में zpm की सरकार बन गई है. इस बीच चुनाव में कांग्रेस को मिली बड़ी हार के बाद पार्टी लगातार EVM पर सवाल खड़े कर रही है. वहीं पार्टी के हार का ठीकरा कांग्रेस नेता एक दूसरे पर फोड़ रहे हैं, जिसपर आनंद शुक्ला ने कहा कि सार्वजनिक बयानबाजी नहीं करनी चाहिए पार्टी अनुशासन के दायरे में आती है. पार्टी फोरम से बाहर बात होगी तो कार्रवाई होगी.

तीन राज्यों के विधानसभा परिणाम पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि EVM के विश्वनीयता पर लगातार सवाल खड़ा हो रहे हैं. EVM से पोलिंग कराने के लिए क्यों अड़े हुए है. आने वाला लोकसभा चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए. प्रजातंत्र को बचाने के लिए यह आवश्यक है.

बीजेपी में अभी तक मुख्यमंत्री तय नहीं होने पर सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी धोखे से सत्ता प्राप्त की है. बीजेपी को भरोसा ही नहीं था तीन राज्यों में चुनाव जीत कर सरकार बनाएगी. बीजेपी के नेताओं में जुताम पैजार मची हुई है. मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए बीजेपी तय करने की स्थिति में नहीं है. EVM के कारण बीजेपी ने सत्ता हड़पा है.

बीजेपी के पर्यवेक्षक छत्तीसगढ़ दौरे पर आने वाले हैं. इस पर संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा जल्दी से जल्दी पर्यवेक्षक विधायक दल की बैठक लेकर मुख्यमंत्री जिसे भी बनाएं. छत्तीसगढ़ में जो सामान्य कामकाज है वह शुरू हो सके. छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने जो वादा किया है उसको तत्काल पूरा करे. किसान 3100 सौ रुपये एक मुस्त प्राप्त करने के लिए इंतजार कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में चल रही बुलडोजर कार्रवाई पर सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बुलडोजर भय और आतंक का प्रतीक है. छोटे-छोटे लोगों के ऊपर कार्रवाई करके क्या संदेश देना चाहते हैं? बीजेपी को जिन हिंदुओं ने वोट दिया है, उनके ठेले उजाड़ने का काम किया जा रहा है. ध्रुवीकरण करने के लिए बुलडोजर की संस्कृति लाई जा रहा है, जो देश के लिए घातक है.

पार्टी फोरम से बाहर बात करने पर कांग्रेस अब कार्रवाई करने के मूड में है. इस मामले पर संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि चुनाव में हार जीत लगी रहती है. सभी की बातों को सुनने के लिए फोरम है. सार्वजनिक बयानबाजी नहीं करनी चाहिए पार्टी अनुशासन के दायरे में आती है. एक चुनाव हारने से ना पार्टी समाप्त होने वाली है ना दुनिया समाप्त होगी. पार्टी फोरम से बाहर बात होगी तो कार्रवाई होगी.