स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के एक नियम से नाराजगी जाहिर की है. जाफर ने कहा कि, अगर इस नियम को जल्द से जल्द नहीं हटाया गया तो यह भारतीय खिलाड़ियों और भविष्य में टीम इंडिया के लिए खतरा साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट के लिए इम्पैक्ट प्लेयर का नियम (Impact Player rule) सही नहीं है. 45 वर्षीय जाफर ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर इम्पैक्टर प्लेयर नियम के बारे में बताया, जिसकी शुरुआत आईपीएल में पिछले वर्ष हुई थी. उन्होंने कहा कि आईपीएल को इस नियम को हटा देना चाहिए क्योंकि ये ऑलराउंडरों (All-rounders) के इस्तेमाल को खत्म कर रहा है.
बता दें कि, इम्पैक्ट प्लेयर नियम के अनुसार कोई भी टीम अंतिम एकादश से एक खिलाड़ी को सब्स्टीट्यूट के रूप बदल सकती है. टॉस के समय कप्तान को कुल पांच स्थानापन्न खिलाड़ियों (Substitute players) का नाम बताना होता है. जाफर ने कहा कि घरेलू क्रिकेट (Indian domestic Cricket) में इस नियम के चलते भारत को आने वाले समय में ऑलराउंडर खिलाड़ियों की दिक्कतें आ सकती है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि आईपीएल को इम्पैक्ट प्लेयर नियम खत्म कर देना चाहिए. ये ऑलराउंडर्स के लिए बिल्कुल फायदेमंद नहीं है क्योंकि न तो उन्हें ज्यादा गेंदबाजी और न ही बल्लेबाजी मिल पाएगी. यह नियम भारतीय क्रिकेट (Deadly for Indian cricket) के लिए आगे चलकर बेहद खतरनाक साबित होगा.
इम्पैक्ट प्लेयर का नियम सर्वप्रथम बिग बैश लीग (BBL) में लाया गया था. इसके बाद, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इसे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2023 में आजमाया. नियम के अनुसार, इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल पारी की शुरुआत में ओवर खत्म होने के बाद, विकेट गिरने के बाद या फिर ओवर के बीच में भी कर सकते हैं. चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने तुषार देशपांडे (Tushar Deshpande) को आईपीएल इतिहास का पहला इम्पैक्ट प्लेयर बनाया था. तुषार को गुजरात टाइटन्स (CSK vs GT) के खिलाफ आईपीएल 2023 के उद्घाटन मैच में अंबाती रायडू की जगह उतारा गया था. अब देखना दिलचस्प होगा कि जाफर की बातों का आईपीएल 2024 में इस नियम के इस्तेमाल पर रोक लगेगी या फिर यह चलता ही रहेगा.
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