Rajasthan News: जयपुर. प्रदेश में एमएसपी खरीद पर ऑनलाइन खसरा गिरदावरी व 25 प्रतिशत तक खरीद की पाबंदी के कारण किसानों को मूंग की फसल पर 1558 रु. प्रति क्विंटल का घाटा हो रहा है.
किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने इसके लिए सरकारी तंत्र को जिम्मेदार बताया है और पाबंदियां हटाने की मांग की है. खसरा गिरदावरी की नकल नहीं मिलने के कारण किसान मूंग की उपज को एमएसपी पर नहीं बेच पा रहे है. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट का कहना है
कि जयपुर जिले की फुलेरा एवं फागी दूदू जिले की तहसील मौजमाबाद व दूदू तथा नागौर जिले की मेड़ता सहित कई तहसीलों में किसानों को ऑनलाइन गिरदावरी नहीं मिली. इस कारण किसान मूंग के विक्रय के लिए पंजीयन नहीं करवा सके.
न्यूनतम समर्थन मूल्य 8558 रु. प्रति क्विंटल है, लेकिन किसानों को बाजार में 7000 रु. प्रति क्विंटल रेट पर ही मूंग बाजार में बेचना पड़ रहा है. राजस्थान में मूंग के उत्पादन 13,61,505 मैट्रिक टन में से 11240 मैट्रिक टन की खरीद एमएसपी पर हुई है.
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