रायपुर. छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन ने आचार संहिता के हटते ही दवा और उपकरणों के लिए जारी करोड़ों रुपए का टेंडर निरस्त कर दिया है. इस निविदा को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे थे. इसके अलावा मुख्य सचिव से शिकायत भी की गई थी, जिसमें नियम-कानून को ताक में रखकर निविदा जारी करने की बात कही गई थी.

निविदा निरस्त करने की वजह

करोड़ों के टेंडर को निरस्त करने के लिए मेडिकल कार्पोरेशन की ओर से नियमों का हवाला दिया गया है. जारी आर्डर में जिक्र किया गया है कि पहले राउंड में पर्याप्त संख्या में ठेका एजेंसियों के माध्यम से निविदाएं जमा नहीं की गई. इसके लिए बाद में पुनः टेंडर किए जाने का तर्क भी दिया गया.

भविष्य में जारी किया जाएगा टेंडर

सीजीएमएससी के एमडी कमलकांत पाटनवार ने बताया कि दवा और उपकरणों के लिए जारी टेंडर को निरस्त किया गया है. एक टीम केरल गई हुई है, उसके सुझाव के आधार पर नया टेंडर जारी किया जाएगा. 120 करोड़ रुपए वाली बात गलत है, 10 से 12 करोड़ का टेंडर था, जिसे भविष्य में जारी किया जाएगा. विज्ञापन जारी नहीं किए जाने की बात निराधार है. टेंडर का विज्ञापन जारी किया गया था.

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