फिरोजपुर। एजेंट के जरिए रिश्वत लेने और पद का दुरुपयोग करने के मामले में शहरी डीएसपी सुरेंद्र बांसल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 6 दिसंबर को थाना कैंट पुलिस ने डीएसपी सुरेंद्र बांसल के खिलाफ धारा 7 और 7ए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज किया था. पुलिस ने आरोपी डीएसपी को साथ लेकर उसके ऑफिसर कॉलोनी स्थित सरकारी और लुधियाना स्थित निजी आवास में सर्च किया. इसके बाद डीएसपी को डीआईजी फिरोजपुर ने स्पष्टीकरण के लिए नोटिस दिया. नोटिस का जवाब नहीं मिला और न ही आरोपी ने पुलिस जांच में सहयोग दिया.

जांच कर रहे एसपी रणधीर कुमार की ओर से सोमवार को सीआरपीसी धारा 41(4) के तहत संबंधित न्यायालय से अनुमति लेने के बाद डीएसपी सुरेंद्र बांसल को गिरफ्तार किया गया. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीएसपी की ओर से पुलिस जांच में भी सहयोग नहीं किया जा रहा था. इसके चलते अगर अब डीएसपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता तो वह गवाहों को भी प्रभावित कर सकता था. थाना कैंट पुलिस की ओर से आरोपी डीएसपी सुरेंद्र बांसल के खिलाफ 6 दिसंबर को एफआईआर दर्ज की थी. डीएसपी सिटी सुरिंदर पाल बंसल अपने निजी एजेंट गुरमेज सिंह पुत्र रफीक निवासी कोठी राय साहब फिरोजपुर के माध्यम से रिश्वत प्राप्त करता था.

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गुरमेज सिंह अपने एसबीआई खाते में लोगों से उनके काम करवाने के बदले में राशि प्राप्त करता था. इसी वर्ष एजेंट गुरमेज ने एक फोन नंबर से जुड़े बैंक खाते में 5 लाख रुपए से अधिक की राशि ट्रांसफर की जोकि डीएसपी सुरिंदर पाल बंसल के नाम पर पंजीकृत है. वहीं डीएसपी सुरिंदर बंसल ने एजेंट गुरमेज पर थाना कैंट में वर्ष 2022 में धारा 420, 465, 467, 468, 471 आईपीसी की तहत दर्ज एफआईआर के मामले में जांच के दौरान आरोपी को बिना किसी सबूत के निर्दोष घोषित कर दिया. यह मामला रेलवे में टीटीई की नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगे गए 7 लाख रुपए के है. अब डीएसपी पर दर्ज किए गए मामले में अगामी जांच के लिए एजेंट गुरमेज को प्रोडक्शन वारंट पर लिया जाएगा. इसके खिलाफ थाना कैंट में केस दर्ज है और न्यायिक हिरासत में है.

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