स्पोर्ट्स डेस्क– अभी हाल ही में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान करारी शिकस्त मिली, तो उसकी सबसे बड़ी वजह टीम इंडिया के बल्लेबाजों का बुरी तरह से फ्लॉप होना भी रहा, टीम इंडिया के बल्लेबाज एकजुट होकर बल्लेबाजी नहीं कर सके, जिसकी वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा, सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच की आखिरी पारी में भले ही लोकेश राहुल ने 149 रन का पारी खेली, लेकिन इसके अलावा टीम इंडिया की सलामी जोड़ी फ्लॉप ही रही, शिखर धवन, मुरली विजय,भी बुरी तरह से फ्लॉप रहे, मुरली विजय को तो शुरूआती दो मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल भी किया गया, लेकिन वो बुरी तरह से फ्लॉप रहे, और सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया, और फिर आखिर के दो टेस्ट मैच के लिए टीम से ही बाहर कर दिया गया और उनकी जगह पर युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ को टीम में शामिल किया गया। हलांकि पृथ्वी शॉ को प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिला।
टीम से बाहर होने के बाद मुरली विजय ने अपनी बल्लेबाजी में धार लाने के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने का फैसला किया , और उनका ये फैसला सही साबित भी हुआ, इंग्लैंड जाते ही अपने पहले काउंटी मैच में ही मुरली ने शतक ठोक दिया, और कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए।
काउंटी क्रिकेट में मुरली विजय का शतक
काउंटी क्रिकेट में एसेक्स की ओर से खेलते हुए मुरली विजय ने शानदार शतकीय पारी खेली, पहली पारी में तो मुरली विजय ने 56 रन ही बनाए, लेकिन दूसरी पारी में शतक ठोक दिया और एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए, क्योंकि मुरली विजय अपना पहला काउंटी मैच ही खेल रहे थे। मुरली विजय की इस पारी के बदौलत ही एसेक्स ने नॉटिंघमशायर को 8 विकेट से हरा दिया।
अपने इस शतक के साथ ही मुरली विजय एसेक्स क्रिकेट क्लब के लिए अपने पहले ही मैच में शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज भी बन गए, मुरली से पहले साउथ अफ्रीका के हाशिम अमला ने ये कमाल किया था। इतना ही नहीं अपने पहले ही काउंटी मैच में शतक लगाने वाले मुरली विजय दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं, उनसे पहले पीयूष चावला ये कमाल कर चुके है।