पुरुषोत्तम पात्रा,गरियबन्द. जिले देवभोग इलाके भर में नवान्न भक्छन यानी नुवाखाई का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया. ईष्ट देवी को पहले पूजा हुई फिर नया अन्न का चढ़ावा किया गया. पूरे परिवार के साथ मिल कर नया अन्न खाने के इस बड़े पर्व को धूमधाम से मनाया गया, लेकिन इस पर्व के बीच शुक्रवार को गोहेकेला में सामाजिक समरसता का आयोजन कर पर्व को बहुत ही खास बना दिया गया. विश्व हिंदू परिषद के जिला सह मंत्री गौरी शंकर कश्यप ने ग्राम प्रमुखों के साथ मिल कर इस आयोजन की रूप रेखा तैयार किया. भेदभाव की खाई पाटने के उद्देश्य से किये जा रहे इस आयोजन में ग्राम के सभी वर्गों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया.
सभी घर से पकवान किये गए एकत्र
समरसता को मजबूत करने सभी घरों से तैयार पकवान को एकत्र किया गया. फिर चौराहे में सभा का आयोजन हुआ, जंहा राजधानी से पधारे स्वयं सेवक डॉ योगी माखन, स्थानीय कार्यकर्ता जयविलास शर्मा, रामाकांत बेहेरा, लक्छमी कांत बेहेरा ने सैकड़ों की संख्या में एकत्र ग्रामीणों को सम्बोधित कर सामाजिक समरसता बनाये रखने अपील की. वक्ताओ ने कहा कि जाती पाती की भेद में हिंदुत्व खंडित हुआ तो भारत माता की जय सम्भव नहीं है.
लक्ष्मीबाई ने फोड़ा छुआछूत का मटका
छूआछूत व भेदभाव का मटका भर चुका है. उसका अब फूटने का वक़्त आ गया है, यही संदेश देने छुआ छूत का प्रतीकात्मक मटका को फोड़ने का प्रतियोगिता रखा गया था. इसे फोड़ने गांव के वयोवृद्ध जनों को प्रतियोगी बनाया गया था. खास बात ये रही कि प्रतियोगियों में सभी वर्ग के लोगों का प्रतिनिधत्व कराया गया. हंसी ठहाके व डीजे के धुन में सभी प्रतिभागियों ने प्रयास किया गया. 8 वे क्रम में पहुंची लक्ष्मीबाई ने आंखों में पट्टी बांध कर मटके तक पैदल पहुंची व डंडे से फोड़ दिया. एकत्र पकवान को प्रसाद स्वरूप वितरण करने के अलावा प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया. आयोजक मंडल ने कहा कि हर साल नवाखाई पर्व में एक-एक गांव में ऐसा आयोजन किया जाएगा.