जशपुर. छत्तीसगढ़ समेत जशपुर में ग्रामीण डाक सेवक अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में डाक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. ग्रामीण डाक सेवक शहर के मुख्य डाकघर परिसर में आंदोलन पर डटे हुए हैं.
दरअसल, डाक विभाग के रायगढ़ संभाग के करीब 700 कर्मचारी हड़ताल पर हैं. उनका कहना है कि, हम लोग ग्रामीण क्षेत्र में डाक सेवा पहुंचाते हैं. साथ ही डाक खाता, प्रधानमंत्री सुकान्या योजना सहित विभिन्न योजना को जन-जन तक पहुंचाते हैं. इसके बावजूद हम लोग से महज 4 से 5 घंटे लेकर 10 से 12 हजार रुपये दिया जाता है, जबकि हम लोग की प्रमुख मांगें है कि कम से कम 8 घंटे ड्यूटी लिया जाए और उसके अनुरूप पैसा दिया जाए.
इतना ही नहीं 65 साल के बाद पेंशन की भी मांग की है. उनकी मांगों को कमलेश चन्द्र कमेटी की सभी सिफारिश को लागू करना है. ग्रामीण डाक सेवक को सभी प्रकार की प्रोत्साहन योजना को समाप्त कर जैसे- आईपीपीबी, आरपीएलआई, बचत योजना मनरेगा भुगतान को बंद कर कार्यभार के गणना की जाए. व्यावसायिक लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए ग्रामीण डाकसेवक कर्मचारियों को उनके स्वयं के मोबाइल, फेसबुक इंस्ट्रग्राम , इंटरनेट मिडिया का पालन करने के लिए बिना उनकी इच्छा और जानकारी के विरूद्ध स्वयं के मोबाइल उपकरणों का प्रयोग रोका जाए. इन्हीं 7 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं. आंदोलनकारियों का कहना है कि, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक वह धरना पर डटे रहेंगे.
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