मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तर्ज पर टियर-2 व्हाइट बॉल टूर्नामेंट शुरू करने की योजना पर विचार कर रहा है. यह लीग टी20 न होकर टी10 प्रारूप पर आयोजित होगा. माना जा रहा है कि क्रिकेट के इस सबसे छोटे संस्करण को लेकर बढ़ रही रुचि को बल मिलेगा.

बीसीसीआई की इस योजना से जुड़े लोगों ने कहा कि बीसीसीआई 15 साल पहले शुरू की गई आईपीएल की सफलता से प्रेरित होकर, 2024 की शुरुआत में एक टियर -2 क्रिकेट लीग शुरू करने पर विचार कर रहा है. नाम न छापने का अनुरोध करते हुए बताया कि बीसीसीआई सचिव जय शाह प्रस्तावित लीग के लिए एक खाका पर काम कर रहे हैं, और संभावित प्रायोजकों सहित हितधारक इस विचार का समर्थन कर रहे हैं. बोर्ड ने नई क्रिकेट लीग को स्लॉट देने के लिए सितंबर और अक्टूबर के बीच एक विंडो की पहचान की है.

2008 में आईपीएल की शुरुआत ने अपने तेज़ गति वाले टी20 प्रारूप के साथ क्रिकेट की लोकप्रियता को बढ़ाया. आईपीएल ने वैश्विक प्रतिभाओं को भारत की ओर आकर्षित किया, एक वफादार प्रशंसक आधार को बढ़ावा दिया, और प्रायोजन और प्रसारण अधिकारों के माध्यम से बोर्ड के लिए बड़े पैमाने पर राजस्व उत्पन्न किया. इसकी सफलता ने अन्य देशों को भी इसी तरह की लीग शुरू करने के लिए प्रेरित किया, जिससे विश्व स्तर पर खेल की अपील बढ़ी.

जहां तक बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों के बीच मौजूदा अनुबंधों का सवाल है, तो यह समझा जाता है कि फ्रेंचाइजी के पास किसी भी बिजनेस मॉडल को पहले इनकार करने का अधिकार है, जिसे बीसीसीआई लॉन्च करना चाहता है जो कि आईपीएल के समान है. जानकार लोगों का कहना है कि बीसीसीआई उस धारा का सम्मान करना चाह सकता है.

बीसीसीआई को जो महत्वपूर्ण निर्णय लेना है वह क्या कि यह टूर्नामेंट नए आयु वर्ग होना चाहिए. अन्यथा, इसकी क्या गारंटी है कि यह वर्षों से आईपीएल की लोकप्रियता को प्रभावित नहीं करना शुरू कर देगा? बता दें कि आईपीएल की सबसे बड़ी ताकत यह है कि यह किसी अन्य क्रिकेट संपत्ति की तरह भारतीय प्राइम-टाइम को पूरा करता है. दूसरा बात यह कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सफेद गेंद वाले क्रिकेटर लीग में भाग लेते हैं, और तीसरी बात यह कि कॉर्पोरेट भारत कई स्तरों पर लीग पर बड़ा खर्च करने के लिए तत्पर हैं.