विप्लव गुप्ता, पेंड्रा। क्या शहर और क्या गांव हर कहीं अब मोबाइल कनेक्शन है. मैदानी इलाका हो या वनांचल हर जगह अब लोग फोन से जुड़ रहे हैं. रमन सरकार की संचार क्रांति योजना इसमें बड़ा काम किया है. महिलाओं के हाथों अब सरकारी स्मार्ट फोन है. छात्राएं भी स्मार्ट फोन से स्मार्ट शिक्षा ले रही है. संचार क्रांति योजना की पहुँच रायपुर से आगे बढ़कर जंगलों तक हो गई है. आदिवासी अंचल पेंड्रा के लोगों को भी सरकारी योजना का लाभ मिल रहा है. पेंड्रा की महिलाएं भी स्मार्ट फोन से स्मार्ट हो रही है. आदिवासी अंचल पेंड्रा गौरेला मरवाही में शासन के द्वारा स्काई योजना के तहत बाते जा रहे स्मार्ट फ़ोन ग्रामीण परिवेश में रह रहे लोगो के जीवन में परिवर्तन ला रहा है और कम पढ़ी महिलाओ और युवतियों के काम में भी एक सार्थक भूमिका अदा कर रहा है.

ये हैं ग्राम अन्डी की रहने वाली गृहिणी पुष्पा कैवर्त. पुष्पा कहती हैं कि मोबाइल मिलने से वे अपने परिजनों से लगातार संपर्क में रहती हैं. साथ ही साथ देश-दुनिया की जानकारी भी स्मार्ट फोन से ले रही हैं. पुष्पा धीरे-धीरे स्मार्ट फोन को स्मार्ट तरीके से चलाना सीख रही हैं. पुष्पा खुश हैं कि उनके पास स्मार्ट फोन है.


अंडी ग्राम की रहने वाली तुलसी केवट जो अपनी माँ के साथ मिलकर खेती कार्य करती हैं. साथ ही पोल्ट्री फार्म का संचालन भी करती हैं. उन्होंने बताया कि जब से स्मार्ट फ़ोन मिला है तब से छोटे-छोटे काम जैसे बिजली बिल पटाना, पैसे ट्रान्सफर करना और सामान लाने के लिए हमको पेंड्रा तक नहीं जाना पड़ता. घर बैठे-बैठे ही अधिकांश काम निपट जाते है. तुलसी कहती कि स्मार्ट फोन से उन्हें उनके काम से संबंधी जानकारियां मिल जाती है. क्योंकि फोन में खेती-किसानी संबंधी एप है जिससे काफी मदद मिल रही है. स्मार्ट फ़ोन आने के बाद आसानी से उच्च गुणवत्ता की कृषि और पशुपालन से संबंधित सारी जानकारी इंटरनेट से मिल जाती है.

हितग्राही वैष्णवी कहती हैं कि वे गांव में रहकर ग्राहस सेवा केन्द्र चलाती है. सरकार की योजना का लाभ उन्हें मिला है. स्मार्ट फोन मिलने से उन्हें काम बहुत फायदा हो रहा है. इंटरनेट की सुविधा फोन में बेहतर लिहाजा इसके चलते काम में बेहतरी बन रही है. इसके साथ फोन में गोठ एप के माध्यम से सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है. इसकी जानकारी होने से उन्हें अब ज्यादा दिकक्त नहीं होती.

वहीं ग्राम मझगवा की रहने वाली काजल जो की कला संकाय से 12 वीं की छात्रा है ने बताया कि इससे पहले कभी भी स्मार्ट फ़ोन उनके पास नहीं था. क्लास में दूसरी लड़कियों के पास फोन देखती तो लगता था कि काश मेरे पास भी फोन हो. कभी-कभी स्कूल नहीं जा पाने के कारण कुछ टॉपिक छूट जाते थे, लेकिन स्मार्ट फ़ोन के मिलने से कई चीजे जो किताबो में नहीं मिलती वो इन्टरनेट के माध्यम से आसानी से पढ़ लेती है. काजल ने बताया कि वे आईपीएस बनना चाहती हैं. इसके लिए उन्हें स्मार्ट फोन से मदद मिल जा रही है. क्योंकि इंटरनेट पर उपलब्ध समाग्रियां से वह अपने काम की चीजें खोज लेती हैं. सरकार की यह योजना हर किसी के लिए बेहद फायदेमंद है.

जनपद पंचायत सीईओ सीएल दिलहरे पेंड्रा इलाके में 11 हजार से अधिक स्मार्ट फोन बांटे जा रहे हैं. अब तक 6 हजार से अधिक स्मार्ट फोन बांट दिए गए हैं. सरकार की इस योजना का लाभ गरीब परिवार के महिलाओं को हो रहा है. योजना का सीधा मकसद है कि ग्रामीण तबके महिलाओं को सरकार की योजनाओं से जोड़ना है. उन्हें देश और दुनिया से अपडेट रखना है.

शासन की इस स्काई योजना से मिले मोबाइल का उपयोग करने वाली युवतियां और महिलाएं लगातार डिजिटल इंडिया से जुड़ रही है. इस योजना के माध्यम से ही सही मायनों में डिजिटल क्रांति की शुरुआत ग्रामीण अंचलो में होती दिखाई दे रही है.

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