नई दिल्ली. भूमि और संपदा विभाग के सभी रिकॉर्ड्स चार महीने में डिजिटल हो जाएंगे. अब तक करीब 30 लाख पन्नों के रिकार्ड्स को स्कैन कर लिया गया है. मार्च तक सभी रिकॉर्ड्स को स्कैन करने का लक्ष्य तय किया गया है.

निगम की मार्केट, दुकानें, स्टॉल व बाकी कियोस्क से संबंधित अन्य संपत्तियों के रिकार्ड्स को एक खास डिजिटल प्लेटफार्म डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट पर अपलोड किए जाएंगे. इससे निगम व इससे संपत्तियां किराए पर लेने वाले लोगों को रिकार्ड्स देखने में आसानी होगी. विभाग ने जानकारी दी है कि साल 2022-23 में इसने अपनी संपत्तियों से 69.8 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है.

मौजूदा वित्त वर्ष 2023-24 में 100 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. विभाग ने संपत्तिकर विभाग की ओर से अधिसूचित श्रेणियों के आधार पर निगम की मार्केट, दुकानों, स्टाल, कियोस्क का मूल्य तय किया है.

ए श्रेणी की कॉलोनियों के लिए 150 रुपये वर्गफुट, बी, सी, डी श्रेणी की कॉलोनियों के लिए 77 रुपये वर्ग फुट और ई, एफ, जी, एच व इससे नीचे की श्रेणी की कॉलोनियों के लिए 62 रुपये वर्ग फुट कीमत तय की है.